लाहौर-पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की निशानियां तक कट्टरपंथी संगठनों के निशानों पर रहती हैं। इसका हालिया उदाहरण लाहौर में देखने को मिला है। यहां मशहूर लाहौर किले में स्थापित महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति पर शुक्रवार को एक बार फिर हमला किया गया। आरोप है कि यह हमला देश में प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक कट्टर इस्लामिक संगठन ने किया है।
इस मूर्ति पर किया गया यह तीसरा हमला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला TLP के लोगों ने किया है। हालांकि, उनकी पहचान अभी सामने नहीं आई है। सामने आए सोशल मीडिया वीडियोज में दिखाया गया है कि संदिग्ध हमलावर ने हाथ से ही मूर्ति पर हमला किया और इसके पैर और दूसरे हिस्से तोड़ दिए। हालांकि, जब तक वह ज्यादा नुकसान पहुंचाता, दूसरे लोग आ गए और उसे रोक दिया गया।