जालंधर,(विशाल)-साझा अध्यापक मोर्चा पंजाब की जिला इकाई ने कासले झंडे लगाकर मोटर साइकिल रैली निकाली और डीसी दफ्तर के आगे शिक्षा मंत्री और शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। यह रैली देश भगत यादगार हाल से शुरू होकर डीसी दफ्तर के सामने पहुंच कर संपन्न हुई। सदस्यों ने डीसी को मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र भी दिया।पकरनैल फिल्लौर, कुलविंदर जोसन, कमलजीत संगोवाल, हरबंस बालोकी ने शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार और कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महेंद्रा की अगुआई वाली कैबिनेट सब कमेटी के पांच पार्च 2019 को हुए फैसले अनुसार संघर्ष दौरान हुई विक्टेमईजेशनों को रद न करना, विभाग का आकार घटना, बड़ी तादाद में सरकारी स्कूलों को बंद करना, बेरोजगारों को रोजगार और कच्चे अध्यापकों को पक्का करने के बजाए नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों को उजाड़ रहे हैं।प्रसोनल विभाग की तरफ से 30 दिनों की एकांतवास छुट्टी का पत्र लागू ना करके कमाई या मेडिकल छुट्टी काटना, हर वर्ग की प्रमोशनें ना करनें, पिक्टस अधीन रेगुलर कम्प्यूटर अध्यापकों को विभाग में शिफ्ट ना करना, बदली नीति को मर्जी से लागू करना, बिना किसी जांच के कर्मजारियों को सस्पेंड करना, छुट्टियां होने के बावजूद अध्यापकों को रोजाना जुबानी आदंशों के तहत काम करने के लिए मजबूर करके मानसिक तौर पर गुलाम बनाने की साजिशें की जा रही हैं। राज्य सरकार की तरफ से एक जनवरी 2004 के बाद भर्ती होने वालों पर पुरानी पैंशन प्रणाली बहाल नहीं की जा रही, छठा पे कमिश्न की रिपोर्ट मुलाजिमों के सम्मुख सार्वजनिक नहीं की जा रही। महंगाई भत्ते के बकाया जारी नहीं किये जा रहे हैं।जिला कनवीनर कुलविंदर सिंह, नवप्रीत, गुरमेज लाल हीर, बेअंत सिंह, बलजीत सिहं, सुखविंदर सिंह, तीर्थ सिंह बासी, हरकंवल संधू, गुरदेव, जसवीर सिंह, अमरीक सिंह, बलजीत सिंह, राजेश कुमार, रामलाल, सुखविंदर सिंह, पवन कुमार शर्मा, राकेश कुमार बंटी, कुलदीप वालिया, रशमिंदर पाल, रमन कुमार, पंकज कुमार, बूटा राम, जीवन लाल, बलविंदर कुमार, मंगत सिंह, अमरजीत पंडोरी, पुरषोत्म लाल, जतिंदर सिंह तुली, गणेश भगत आदि थे।