20 आक्सीजन कन्सनटरेटरज़ का बाकी रहता अलाट आज जालंधर में पहुँच गया, जिसको कोविड -19 के प्रभावशाली प्रबंधन के लिए सिविल हस्पताल को सौंप दिया गया। कुछ दिन पहले ज़िला प्रशासन को 10 आक्सीजन कन्सनटरेटरज़ प्राप्त हुए थे और अब 20 और आक्सीजन कन्सनटरेटरज़ पहुँच गए है। जिला प्रशासन की तरफ से कुल 30 आक्सीजन कन्सनटरेटरज़ की ख़रीद की जा चुकी है। जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि ग़ैर सरकारी संस्था गिल फाउंडेशन ने रैड्ड क्रास सोसायटी को कोविड -19 महामारी ख़िलाफ़ चल रही लड़ाई में योगदान देने के लिए मदद की । उन्होनें कहा कि इस फंड का प्रयोग कोविड -19 के मरीज़ों के लिए आक्सीजन कन्सनटरेटर खरीदने के लिए किया गया। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह आक्सीजन कन्सनटरेटरज़ सिविल अस्पताल में आक्सीजन की माँग को कम करेंगे और बची हुई आक्सीजन गैस दूसरे कोविड केयर संस्थानों को दी जायेगी। इस अवसर पर गिल फाउंडेशन के पैटर्न श्री राज गिल की तरफ से मानवता की सेवा के लिए किये गए इस प्रयत्न की भरपूर प्रशंसा की गई। उन्होनें दूसरे अस्पतालों को भी अपील करते हुए कहा कि आक्सीजन कन्सनटरेटरज़ और पी.एस.ए. अधारित प्लांट ख़रीदे जाएँ, जिससे आक्सीजन की कमी का असरदार ढंग से मुकाबला किया जा सके। उन्होनें ज़िला निवासियों को भी अपील की और कोविड वायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए कोविड प्रोटोकाल जैसे कि सामाजिक दूरी, मास्क डालना और हाथों को धोना आदि की सख़्ती के साथ पालना करने को कहा।