जालंधर,(विशाल)-जि़ला प्रशासन की तरफ से गेहूं के चल रहे खरीद सीजन दौरान फ़सल की तुरंत खरीद और लिफ्टिंग के साथ-साथ किसानों के बैंक खातों में 638.98 करोड़ रुपए की अदायगी को भी सुनिश्चित किया गया है। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से गेहूं की खरीद प्रक्रिया को निर्विघ्न और उचित ढंग के साथ पूरा करने में कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जा रही।उन्होनें आगे बताया कि अदायगी करने के मामले में मारकफैड राज्य की खरीद एजेंसियों में सबसे अग्रणी है, जिसकी तरफ से 191.78 करोड़ रुपए सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किये गए हैं। जबकि पनग्रेन की तरफ से 187.31, पनसप की तरफ से 154.04, पंजाब स्टेट वेयर हाऊस की तरफ से 85.31 और एफ.सी.आई. की तरफ से 20.54 करोड़ रुपए सीधे किसानों के बैंक खातों में डाले गए हैं।उन्होनें बताया कि किसानों की अनाज खरीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने में मदद करने के लिए अनाज मंडियों में फार्मर हैल्प डैस्क स्थापित किये गए हैं, जिसके बढिया नतीजे सामने आए हैं और जि़ला प्रशासन किसानों को बिना किसी असुविधा के सुचारू ढंग के साथ 84 प्रतिशत अदायगी यकीनी बनाने में सफल रहा है और बाकी रहते भुगतान को भी तेज़ी के साथ किया जा रहा है। उन्होनें आगे बताया कि जि़ले की मंडियों में अब तक 443105 मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई है, जिसमें से अलग -अलग खरीद एजेंसियों की तरफ से 441892 मीट्रिक टन फ़सल की खरीद की जा चुकी है।इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए जि़ला ख़ुराक सपलाईज़ कंट्रोलर नरिन्दर सिंह ने बताया कि पनगरेन की तरफ से 127705 मीट्रिक टन, मारकफैड्ड की तरफ से 118215 मीट्रिक टन, पनसप की तरफ से 95436 मीट्रिक टन, पंजाब स्टेट वेयर हाऊस निगम की तरफ से 57213 मीट्रिक टन और एफ.सी.आई. की तरफ से 43323 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद की जा चुकी है।उन्होनें बताया कि मंडियों में खरीद प्रक्रिया उचित ढंग के साथ चल रही है और कोविड -19 के कारण गेहूँ की खरीद प्रक्रिया को उचित ढंग के साथ पूरा करने के लिए प्रशासन की तरफ से सभी ज़रुरी प्रबंधों को यकीनी बनाया गया है, जिससे मंडियों में फ़सल ले कर आने वाले किसानों को किसी प्रकार की मुश्किल का सामना न करना पड़े