जालंधर, मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर श्री शनिदेव महाराज जी के निमित्त श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा मुख्य यजमान नवदीप से नवग्रह पूजन, पंचोपचार पूजन, षोढषोपचार पूजन उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई।
मां बगलामुखी धाम के सेवादार नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तजनों से एक प्रसंग कहते हुए कहा कि भगवान को सुख और दुख दोनों में निरंतर याद रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य को मांगने से कुछ नहीं मिलता है, मिलता वहीं है जो परमात्मा चाहते हैं। लेकिन मनुष्य है कि दुख में ही भगवान को याद करता है सुख आने पर नहीं। उन्होंने आगे कहा कि सुख आए तो भगवान की दया और दुख आए तो कृपा मानकर स्वीकार करना चाहिए।
मनुष्य पर जब विपत्ति आती है और वह दुखी होता है तभी उसे भगवान की याद आती है, दुख में तो हर कोई भगवान को याद करता है मगर जीवन में सुख ही सुख हो तो भी हमें भगवान का स्मरण नित्य प्रति करना चाहिए। संपत्ति तो सभी चाहते हैं और विपत्ति आए तो दोष भगवान को देते हैं।
नवजीत भारद्वाज जी ने कथा प्रसंग में बताया कि मनुष्य का स्वभाव होता है कि वह कभी संतुष्ट नहीं होता और निरंतर ईश्वर से कुछ न कुछ मांगता रहता है। सुख को दया और दुख को कृपा मानकर स्वीकार करना चाहिए। कलयुग में अधिक पाने की लालसा में कई लोग अपराध के दलदल में फंसकर गलत रास्ते पर चल रहे हैं। यदि व्यक्ति के पास जो कुछ है वह उसमें संतुष्ट है तो अपराध की ओर अग्रसर नहीं होगा।
इस अवसर पर सरोज बाला,राकेश प्रभाकर, समीर कपूर, अमरेंद्र कुमार शर्मा, नवदीप, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र,रोहित भाटिया, अमरेंद्र सिंह,बावा खन्ना, विनोद खन्ना, नवीन जी, प्रदीप, सुधीर, सुमीत, बावा हलचल ,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, अवतार सैनी, परमजीत सिंह, राज कुमार,गौरी केतन शर्मा,सौरभ , नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू, सोनू छाबड़ा, गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा, ऐडवोकेट भाटिया,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, वरुण, नितिश, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, रोहित , मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश, सुनील जग्गी, नवीन कुमार, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक, प्रिंस कुमार, पप्पू ठाकुर, बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।