जालंधर, पंजाब के मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने आज यहाँ शहर में अपने निवास स्थान में ‘सरकार तुहडे द्वार’ प्रोग्राम दौरान लोगों की शिकायतें सुनी और इन शिकायतों के हल के लिए उचित निर्देश भी जारी किए।
मुख्य मंत्री ने लोगों के साथ बातचीत दौरान कहा कि अपनी किस्म की इस पहल का उदेश्य लोगों को सुविधा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि अब सरकारें चंडीगढ़ से नहीं चल रही बल्कि राज्य भर के शहरों और कस्बों से चलाई जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब अधिकारी लोगों की शिकायतों का निपटारा करने के लिए गाँवों का दौरा कर रहे है जबकि पहले लोगों को सरकारी दफ़्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे।
मुख्य मंत्री ने कहा कि उन्होंने जालंधर में अपनी रिहायश रखी है ताकि माझा और दोआबा क्षेत्र के लोग अपने काम बिना किसी परेशानी के करवा सकें। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही सम्मान और संतोष वाली बात है कि जो लोग यहाँ शिकायतें ले कर आ रहे हैं, उनके सभी काम उचित ढंग के साथ हो रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है और जहाँ एक तरफ़ लोगों के मसले हल हो रहे हैं वही सरकार को फीडबैक भी मिल रही है।
इस दौरान लुधियाना से पहुँची एक महिला ने मुख्य मंत्री के इस अलग प्रयास की प्रशंसा की। उसने कहा कि कई वर्षों से मामला लटका हुआ है क्योंकि पिछली सरकार में से किसी ने भी उसका काम करवाने की कोशिश नहीं की। उसने कहा कि अब मुख्य मंत्री ने धैर्य के साथ उसकी की बात सुनी है और उसका काम करवाने के लिए ज़रूरी निर्देश जारी किये हैं।
इस दौरान मुख्य मंत्री को मिलने आई सुखविन्दर कौर ने कहा कि आम आदमी की मुश्किलें को दूर करने के लिए यह एक प्रशंसनीय कदम है। उसने कहा कि मुख्य मंत्री ने उनके काम को जल्दी से जल्दी पूरा करने के लिए अधिकारियों को ज़रुरी निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री की यह पहलकदमी बेमिसाल है क्योंकि ओर किसी भी नेता ने इस बारे सोचा तक नहीं।
गाँव कोट कलाँ से आई एक महिला जसवीर कौर ने बताया कि उसके पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी और तबसे ही उसे ससुराल की तरफ से मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा था। वह मुख्य मंत्री को मिल चुकी है, जिन्होंने उसकी समस्या के जल्दी हल के लिए अधिकारियों को ज़रुरी निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री का यह प्रयास राज्य के निवासियों विशेषकर आम आदमी के लिए वरदान साबित हो रहा है।
इस दौरान मुख्य मंत्री के साथ मुलाकात करने वाले युवा जगदीश सिंह ने बताया कि उस के पिता एक सिपाही थे जो सर्विस दौरान एक दुर्घटना कारण अपाहिज हो गए थे और बताया कि उसके पिता को ज़बरदस्ती रिटायर कर दिया गया था, जिसके बाद वह तरस के आधार पर नौकरी की माँग कर रहा है। उसने कहा कि मुख्य मंत्री ने उसकी सारी बात को हमदर्दी के साथ सुना और उसका मामला पहल के आधार पर हल करने का भरोसा दिया है। उसने बताया कि यह एक बढ़िया प्रयास है जिससे आम आदमी के कल्याण को यकीनी बनाया जा रहा है।
गुरदासपुर के एक अन्य व्यक्ति ने भी मुख्य मंत्री की इस विलक्षण पहलकदमी की प्रशँसा की। उसने कहा कि इस प्रकार के कैंप राज्य के सभी शहरों में लगाए जाने चाहिए ताकि आम लोग इसका अधिक से अधिक लाभ ले सकें।
रईया के एक व्यक्ति ने अपने शहर में पी.एस.पी.सी.एल. सबंधी मुद्दे को उठाया और मुख्य मंत्री को उसकी समस्या के तुरंत हल के लिए कदम उठाने की अपील की। गुरदासपुर से अश्वनी कुमार ने भी आम आदमी की कल्याण को यकीनी बनाने के लिए इस ऐतिहासिक पहलकदमी के लिए मुख्य मंत्री की प्रशंसा की। जालंधर से विजय कुमार ने भी मुख्य मंत्री द्वारा आम लोगों की समस्याओं के हल के लिए चुके इस विशेष कदम की प्रशंसा की।