जालंधर, (संजय शर्मा / रोहित भगत)-डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने आज ज़िला सोसायटी की बैठक दौरान अलग- अलग स्वास्थ्य प्रोगरामों का जायज़ा लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं में और बेहतरी लाने के लिए कहा।
यहाँ ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में डिप्टी कमिश्नर ने अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर डा. अमित महाजन, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) लखविन्दर सिंह रंधावा, सिविल सर्जन डा. जगदीप चावला सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक दौरान कहा कि यह यकीनी बनाया जाए कि स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की मुश्किल पेश न आए। उन्होंने कहा कि ज़िले में लोगों को निर्विघ्न स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए पूरी तनदेही और शिद्दत के साथ काम किया जाए।
डा. अग्रवाल ने दिव्यांग व्यक्तियों को विलक्षण पहचान पत्र( यू.डी.आई.डी.) मुहैया करवाने, पी.सी. और पी.एन.डी.टी., संस्थागत प्रसूति, टीकाकरन, ए.एन.सी., रोगी कल्याण समिति, एन.टी.ई.पी., जन्म और मौत रजिस्ट्रेशन, नशा छुड़ाने और पुर्नवास केन्द्रों की कार्यगुज़ारी की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को विभाग की तरफ से निश्चित गए लक्ष्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
मच्छरों से होने वाली डेंगू जैसी बीमारियों से निपटने के लिए डिप्टी कमिशनर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को आगामी तैयार रहने के आदेश दिए। लार्वे की जांच के लिए विभाग की तरफ से चलाई जा रही डोर-टू- डोर अभियान का जायज़ा लेते हुए उन्होंने कहा कि ज़िले के लोगों को अपने घरों और आस-आस पास मच्छरों की भरमार की रोकथाम के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सावधानियों के लिए जागरूक किया जाए ताकि बारिश दौरान मच्छरों की पैदावार को पहले ही रोका जा सके।
आर.बी.एस.के. प्रोग्राम की समीक्षा करते हुए डा. अग्रवाल ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि ऐसे बच्चे, जिनके स्वास्थ्य टीमों से तरफ से इलाज के लिए पहचान की जाती है, को स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ़्त इलाज सुविधाएं प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाए।