महंगाई को कम करने के लिए सरकार और आरबीआई (RBI) की कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं. होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) में लगातार तीसरे महीने तेजी आई है. खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जियों और विनिर्मित वस्तुओं की कीमत में तेजी के कारण थोक महंगाई दर मई में तीसरे महीने बढ़कर 2.61 प्रतिशत पर पहुंच गई. थोक मूल्य सूचकांक (WPI) बेस्ड महंगाई दर अप्रैल में 1.26 प्रतिशत थी. मई 2023 में यह जीरो से नीचे 3.61 प्रतिशत रही थी.