नई दिल्ली: शेयर मार्केट में आज भारी गिरावट देखने को मिल रही है। बीएसई सेंसेक्स में करीब 1100 अंक से अधिक गिरावट आई है जबकि निफ्टी भी एक फीसदी से अधिक गिरा है। लेकिन स्मॉलकैप इंडेक्स में पांच फीसदी से अधिक गिरावट आई है। यह दिसंबर 2022 के बाद इसमें एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है। मिडकैप इंडेक्स में भी तीन फीसदी गिरावट आई है जबकि माइक्रोकैप्स और एसएमई स्टॉक इंडेक्स में करीब पांच फीसदी गिरावट आई है। इसके साथ ही बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 12 लाख करोड़ रुपये गिरकर 373 लाख करोड़ रुपये रह गया है। दोपहर बाद 2.30 बजे बीएसई सेंसेक्स 1044.96 अंक यानी 1.44 फीसदी की गिरावट के साथ 72,621.25 अंक पर ट्रेड कर रहा था। निफ्टी 1.76 फीसदी यानी 394 अंक की गिरावट के साथ 21,941.70 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स के शेयरों में सबसे ज्यादा छह फीसदी तेजी आईटीसी के शेयरों में रही। साथ ही नेस्ले, टीसीएस, विप्रो और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में तेजी रही। दूसरी ओर एनटीपीसी, पावर ग्रिड, ओएनजीसी, भारती एयरटेल, टाटा स्टील और सन फार्मा में सबसे ज्यादा गिरावट रही है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार ने कहा कि स्मॉलकैप सेगमेंट में रिटेल निवेशकों की जरूरत से ज्यादा सक्रियता के कारण वैल्यूएशन बहुत ज्यादा पहुंच गया था। इस पर कई महीनों से चिंता जताई जा रही थी। आज घरेलू मार्केट की चाल ग्लोबल मार्केट्स से उलट रही। एसएंडपी500 रेकॉर्ड पर पहुंच गया। एफआईआई ने भी भारतीय शेयरों को खरीदना शुरू कर दिया है और इस महीने वे अब तक तीन अरब डॉलर का निवेश कर चुके हैं। इसलिए समस्या घरेलू स्तर पर ही है।