जालंधर, (संजय शर्मा)-कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के आमंत्रण को आर एस एस एंव भाजपा का कार्यक्रम बताते हुए अस्वीकार कर दिया है। 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल नहीं होंगे। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया था।
इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गोबिंद गौ-धाम लांबडा के प्रधान अभिषेक बख्शी ने कहा
कि, हमारे देश में लाखों लोग भगवान राम की पूजा करते हैं। धर्म एक निजी मामला है, लेकिन कांग्रेस के आला नेताओं द्वारा
आयोध्या में लगभग 500 वर्षों पश्चात राम लल्ला की अपने घर होने वाली वापिसी को लेकर हर सनातनी में हर्ष है, वही लोग इसको लेकर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे भारत वर्ष में लोग इस दिन को महा दिवाली के रुप में मनाने के लिए तैयारियां कर रहे हैं वहीं कांग्रेस हाइलाइट के नेताओं द्वारा इस कार्यक्रम का निमंत्रण अस्वीकार कर पूरे सनातनियों के दिल को ठेस पहुंचाई है।
उन्होंने कहा कि 2019 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए और भगवान राम का सम्मान करने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस दिन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। अब जब वह दिन आ गया है तो कांग्रेस के नेता इस कार्यक्रम का वहिष्कार कर रहे हैं वहीं प्रदेश स्तर के हिंदू नेता कार्यक्रम में भाग लेने की अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं । उन्होंने कहा कि हाईकमान द्वारा भी यह कहा गया है कि वह पार्टी हाईकमान की हुक्म अदूली करने के खिलाफ उनको किसी भी प्रकार की अनुशासन हिनता नहीं मानेंगे। तो कांग्रेस पार्टी की यह दोगली नीति इस पर आने वाले चुनाव में भारी पड़ सकती है।