नई दिल्ली, अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के कार्यक्रम को लेकर देश के बड़े मुस्लिम संगठनों ने बयान जारी किया है। इस बयान में राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर सरकारी सरपरस्ती पर सवाल खड़े किए गए हैं। बयान में लिखा गया है कि जिस तरह से कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है और सरकार कार्यक्रम कर रही है वह देश के सेक्यूलर दस्तूर के खिलाफ है। मुस्लिम संगठनों ने लिखा है कि हम अपनी इस बात को कहना चाहते हैं कि हम बाबरी मस्जिद से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं है, क्योंकि कोर्ट ने अपने फैसले में इस बात को माना कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। इसके बावजूद भी कोर्ट ने सिर्फ आस्था को बुनियाद बनाकर मस्जिद की जगह मंदिर बनाने के लिए दे दी।