दमिश्क: सीरिया की राजधानी दमिश्क में हुए एक हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के 11 कमांडर मारे गए हैं। सऊदी मीडिया में दावा किया गया है कि गुरुवार शाम दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमले में आईआरजीसी के 11 लोगों की मौत हुई है। ये हमला तब हुआ जब आईआरजीसी कमांडर अपने उच्च पदस्थ प्रतिनिधियों से मिलने के लिए हवाई अड्डे पर गए थे। सऊदी मीडिया चैनल अल-हदथ ने पूर्वी सीरिया में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर नूर राशिद के भी हवाई हमले में घायल होने का दावा किया है। वहीं ईरान ने इस रिपोर्ट को नकार दिया है। आईआरजीसी के प्रवक्ता सरदार रमजान शरीफ ने शुक्रवार को उन खबरों का खंडन किया, जिनमें कहा गया है कि दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई हमले में उसके 11 नेता मारे गए। उन्होंने कहा कि ऐसे दावे निराधार हैं। दूसरी ओर सीरियाई मीडिया ने गुरुवार शाम को यह भी दावा किया कि इजराइल ने दो अलग-अलग हवाई हमलों में दक्षिणी सीरिया और दमिश्क के पास साइटों को निशाना बनाया। हमलों के दौरान दमिश्क क्षेत्र में सीरियाई हवाई सुरक्षा सक्रिय कर दी गई। ईरान के एक अनुभवी सैन्य सलाहकार सैयद रजी मोसावी की हाल ही में सीरिया में एक इजराइली हमले में मौत हो गई थी। सैयद रजी की मौत पर ईरान ने काफी गुस्सा दिखाया है। इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान ने कसम खाई थी कि इजराइल को आईआरजीसी कमांडर सैय्यद रजा मौसवी की हत्या की कीमत चुकानी होगी। मौसवी को भी दमिश्क के पास ही एक एक हमले में मार दिया गया था।
ईरान और इजरायल के बीच गाजा में जंग शुरू होने के बाद से तनातनी बढ़ी हुई है। इजरायल का कहना है कि ईरान आतंकी संगठनों का पोषण कर रहा है, जो उसके खिलाफ लड़ रहे हैं। इजरायल का कहना है कि हमास, हिज्बुल्ला और हूती विद्रोहियों को ईरान से ही मदद पहुंच रही हैं। वहीं ईरान की ओर से इजरायल पर गाजा में नरसंहार का आरोप लगाया जा रहा है।