नई दिल्ली, हमास के हमले का बदला लेने के लिए इजरायल के सिर पर खून सवार है। इजरायल जमीन हो या आसमान हर तरफ से गाजा पट्टी को तबाह करने पर तुला हुआ है। लगातार हमलों में इजरायल गाजा को तहस नहस कर चुका है। बीचे 8 दिनों से हमास के हमले को लेकर इजरायल की बदले की कार्रवाई जारी है। हालिया रिपोर्ट की मानें तो 7 अक्टूबर को हमास द्वारा पकड़े गए लगभग 150 नागरिकों में नौ लोग पिछले 24 घंटों में गाजा पर इजरायली हमलों में मारे गए हैं।
हमास के संगठन इज्जेदीन अल-कसम ब्रिगेड ने बताया कहा, “उन स्थानों पर जहां कैदियों को रखा गया था इजरायली हमलों में कम से कम पांच इजरायली और चार विदेशी मारे गए हैं।” इन मौतों के आंकड़े के बाद 7 अक्टूबर को हमास के बंदूकधारियों द्वारा पकड़े गए 150 बंधकों में कुल मरने वालों की संख्या 22 हो गई है।बता दें इजरायल की सेना ने कम से कम 10 लाख फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा को खाली करके सुदूर दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया, जिसके बाद लोगों ने बड़ी संख्या में क्षेत्र से पलायन शुरू कर दिया है। नागरिकों से निकलने के लिए इजरायल की चेतावनी के बीच, जमीनी कार्रवाई की आशंका बढ़ गई है।वहीं, मिस्र के अधिकारियों ने कहा कि विदेशी नागरिकों को बाहर निकलने की अनुमति देने के लिए दक्षिणी राफा सीमा कई दिनों में पहली बार शनिवार के बाद खुलेगी। इजरायल ने कहा है कि फलस्तीनी स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक सुरक्षित रूप से दो मुख्य मार्गों से यात्रा कर सकते हैं। इजरायल की ओर से शुक्रवार को जारी हमलों के बीच लोग कार, ट्रक और खच्चरों पर परिजनों के अलावा जरूरत का कुछ सामान लाद कर दक्षिण में मुख्य सड़कों की तरफ निकल पड़े। हालांकि, हमास ने गाजा के निवासियों से अपने घरों में ही रहने का आग्रह किया है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य सहायता समूहों ने कहा है कि इतनी तेजी से पलायन से अनगिनत मानवीय पीड़ा होगी, अस्पताल के मरीज़ और अन्य लोग स्थानांतरित होने में असमर्थ होंगे। हजारों फलस्तीनी पहले ही दक्षिण की ओर जा चुके हैं। लेकिन आबादी का बड़ा हिस्सा 20 किलोमीटर दूर तक फैला हुआ है। हवाई हमलों से कई सड़कें ध्वस्त हो गईं और ईंधन की भी कमी हो गई है। हजारों लोग निकासी क्षेत्र के दक्षिण में दीर अल-बलाह में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल-आश्रय में गए हैं।