जिस खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बौखलाए हुए हैं, वह कनाडा की खुफिया एजेंसी का एजेंट था। ये बातें खुद निज्जर के बेटे ने कबूल की है। बकौल निज्जर के बेटे हफ्ते में एक या दो बार कनाडाई खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के साथ निज्जर की मुलाकात होती थी और हत्या से कुछ दिन पहले भी इसी तरह की मीटिंग हुई थी। निज्जर की हत्या पर कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि उसकी हत्या कनाडा की धरती पर “भारतीय एजेंटों” द्वारा की गई है। साफ है कि निज्जर कनाडाई खुफिया एजेंसी के लिए एक ऐसेट था। अब निज्जर के 21 वर्षीय बेटे बलराज सिंह निज्जर ने दावा किया है कि कनाडाई खुफिया सेवा के अधिकारियों ने इस साल की शुरुआत में उनके पिता से कई बार मुलाकात की थी। बलराज ने बताया कि हत्या से कुछ दिन पहले भी ऐसी मुलाकात हुई थी। कनाडाई मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस तरह की कई बैठकों में बलराज भी शामिल हुआ था। बलराज सिंह निज्जर ने कहा कि 18 जून, जब उसके पिता की हत्या हुई, के बाद भी एक और बैठक निर्धारित थी। निज्जर भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तानी टाइगर फोर्स का प्रमुख था। वह कनाडा में रहकर खालिस्तान आंदोलन को हवा देता था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने चार मामलों में निज्जर को भी आरोपी बनाया था। भारत दावा करता रहा है कि खालिस्तानियों को पाकिस्तान की ISI से भी मदद मिलती रही है। बलराज के इस कबूलनामे से भारत के इस दावे तो भी बल मिलता दिख रहा है। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा है कि निज्जर को मारने के लिए कनाडा में तैनात आईएसआई के दो एजेंटों- राहत राव और तारिक कियानी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी क्योंकि वह समय के साथ-साथ ताकतवर होता जा रहा था।