जालंधर, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब पुलिस को मुल्क की प्रथम दर्जे की फोर्स बनाने के लिए इसकी कार्यकुशलता में विस्तार करने के लिए आरटीफिशल इंटेलिजेंस (ए. आई.) को शामिल किया जायेगा।यहाँ पंजाब पुलिस में सीधे भर्ती हुए सिपाहियों के अब तक के सबसे बड़े 2999 कांस्टेबलों के ग्रुप की पासिंग आउट परेड के दौरान इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह पहलकदमी राज्य में पुलिस प्रबंध में और सुधार लाने के लिए अहम साबित होगी। उन्होंने कहा कि आरटीफिशल इंटेलिजेंस के प्रयोग के मामले में पंजाब को अग्रणी राज्य बनाने के उद्देश्य से यह फ़ैसला लिया गया है, जिससे राज्य में अमन और कानूनी की स्थिति को बरकरार रखने में मदद मिलेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कदम पुलिस फोर्स को वैज्ञानिक ढंग से कुशल बनाने दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरहदी राज्य होने के कारण कई ऐसी ताकतें हैं, जो कोई अपने बुरे मंसूबों से राज्य की शान्ति भंग करना चाहती हैं परन्तु पंजाब पुलिस ने हमेशा ऐसी ताकतों की बुरी कोशिशों को कामयाब नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि राज्य को पेश चुनौतियों पर काबू पाने के लिए पंजाब पुलिस को जांच, विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में आधुनिक ज़रूरतों के मुताबिक ढलने की ज़रूरत है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि पंजाब पुलिस अपनी उच्च पेशेवर वचनबद्धता के अंतर्गत लोगों की सेवा करने की अपनी गौरवमयी रिवायत को कायम रखेगी।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि पुलिस को आधुनिक समय की साथी बनाने के लिये पंजाब राज्य गुग्गल जैसी अंतरराष्ट्रीयों कंपनियों के साथ हाथ मिलाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धी व्यापक रणनीति पहले ही तैयार कर ली गई है और औपचारिक समझौते पर जल्दी दस्तख़त हो जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे कई अचानक आयी चुनौतियों का सामना करने के लिए पंजाब पुलिस की कुशलता में विस्तार करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सड़क हादसों में होती मौतों को रोकने और सड़कों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि अपनी तरह की यह विशेष फोर्स पंजाब में रोज़मर्रा के सड़क हादसों में जाती कीमती जानें बचाने के लिए अहम भूमिका निभाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस फोर्स को गलत ड्राइविंग, सड़कों पर वाहनों की आवाजाही सुचारू करने और सड़क हादसों को रोकने का जिम्मा सौंपा जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे थानों में तैनात पुलिस मुलाजिमों के काम का बोझ कम होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पड़ाव में इस विशेष फोर्स में 1300 मुलाजिमों की भर्ती की जायेगी। उन्होंने कहा कि मूलभूत तौर पर इस फोर्स को अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों से लैस 144 वाहन दिए जाएंगे और यह फोर्स की गाड़ियों के कामकाज का घेरा 30 किलोमीटर तक का होगा। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इन वाहनों में पूरी मैडीकल किट होगी जिससे ज़रूरत पड़ने पर किसी भी व्यक्ति को एमरजैंसी इलाज दिया जा सके। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि इससे सालाना 2500 से अधिक कीमती जानें बचाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस मुलाजिमों की कमी पर काबू पाने के लिए अगले चार सालों तक पंजाब पुलिस में हर साल 1800 कांस्टेबल और 300 सब इंस्पेक्टर भर्ती करने का भी फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन 2100 पदों के लिए हरेक साल तकरीबन 2.50 लाख उम्मीदवारों के आवेदन देने की संभावना है। इन संभावित उम्मीदवारों को अपनी शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ शारीरिक योग्यता में सुधार का मौका देने के लिए भर्ती का फ़ैसला पहले ही कर लिया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे नौजवानों की ऊर्जा को रचनात्मकता की तरफ़ लाने और उनको नशों के जाल से मुक्त करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य सरकार पंजाब पुलिस के खेल और तकनीकी कैडर में विस्तार करने के लिए जल्द बड़ी भर्ती मुहिम शुरू करेगी। इसके अंतर्गत टैक्निकल स्पोर्ट सर्विसज़ में 267 सब इंस्पेक्टर और 2340 कांस्टेबल, इन्वेस्टिगेशन काडर में 787 हवलदार और 362 कांस्टेबल, इंटेलिजेंस काडर में 794 कांस्टेबल भर्ती किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस की समर्पण भावना से राज्य की सेवा करने की रिवायत रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब पुलिस की तरफ से देश सेवा के लिए दिखाया जज़्बा बेमिसाल है।
नये भर्ती हुए पुलिस मुलाजिमों को मुबारकबाद देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नव-नियुक्त उम्मीदवारों के लिए यादगारी पल है क्योंकि वह पंजाब पुलिस परिवार का अभिन्न अंग बने हैं। उन्होंने नये मुलाजिमों को अपना फ़र्ज़ पूरे समर्पण, मेहनत और पेशेवर वचनबद्धता से पूरा करने के लिए कहा जिससे राज्य की तरक्की और लोगों की ख़ुशहाली यकीनी बने। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पुलिस मुलाजिमों को आम लोगों की दिक्कतें घटाने और उनको इंसाफ़ देने के लिए सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।