जालंधर, बिना लाईसेंस से आफ़िस खोलकर बैठने वाले ट्रैवेल एजेंटों पर प्रशासन पूरी तरह मेहरबान है। प्रशासन से नालायक रवैये के कारण ट्रैवेल एजेंटों ने लोगों को लूटने का काम ज़ोटों पर किया हुआ है, लाइसेंस हो ना हो इस तरफ़ किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान नहीं है। ट्रैवेल एजेंट लाइसेंस के ख़त्म होने के बावजूद भी अपनी ऊँची पहुँच का फायदा उठाकर सरेआम आफ़िस खोलकर बैठे है। जालंधर के बस स्टैंड के पास रेलवे फाटक के साथ ही ट्रैवेल एजेंट ग्लोब ट्यूटर नाम के एजेंट का लाईसेंस ख़त्म हुए 6 महीने हो गए हैं पर उसके बावजूद वो अपने आफिस में धड़ल्ले से विदेश भेजने का काम कर रहा है। क्या प्रशासन इसका आफ़िस बंद करवाने में पूरी तरह असफल है