नई दिल्ली, महाराष्ट्र की एकनाथ सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और एनसीपी को तोड़ने वाले अजित पवार को दो दिनों के अंदर डबल झटका लगा है। शपथ ग्रहण के दिन ही शपथ समारोह में कथित तौर पर मौजूद रहने वाले एनसीपी सांसद के शरद पवार खेमे में लौटने के बाद अगले दिन दो विधायक भी अजित पवार को छोड़कर शरद पवार के कैम्प में लौट आए हैं। इन विधायकों में सतारा एमएलए मकरंद पाटिल और उत्तरी कराड विधायक बालासाहेब पाटिल हैं। जूनियर पवार के खेमे में एनसीपी के 40 विधायक होने का दावा किया गया था। इधर, एनसीपी के दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों ने एक-दूसरे के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की है और दूसरे पक्ष के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष क्रॉस-याचिकाएं दायर की हैं। बता दें कि अजित पवार के शपथ के दौरान राजभवन में मौजूद शिरूर के सांसद अमोल कोल्हे ने भी सोमवार को कहा था कि वह शरद पवार के समूह में वापस जा रहे हैं। इसबीच, शरद पवार ने अपने भतीजे के समूह के खिलाफ पहली कठोर कार्रवाई में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रहे राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल और लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। इसके जवाबी कदम के तौर पर अजित पवार गुट ने एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जयंत पाटिल की जगह तटकरे को नियुक्त किया है। तटकरे की बेटी ने रविवार को मंत्री पद की शपथ ली थी।