ISLAMABAD : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी रिहाई के बाद देश को संबोधित किया। उन्होंने आर्मी को राजनीति में आने के लिए अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने की सलाह दी। इमरान ने कहा कि सैन्य प्रतिष्ठान उनकी पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को कुचलने पर आमादा है। उन्होंने सैन्य नेतृत्व से “पीटीआई-विरोधी” नीति की समीक्षा करने का आग्रह करते हुए कहा कि सेना द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से पहले ही देश आपदा के कगार पर आ गया है।
उन्होंने सेना को सलाह दी कि अगर उसे देश की राजनीति में कूदने का इतना ही शौक है तो अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बना लेनी चाहिए और देश को पूरी तरह अराजकता में गिरने से बचाने के लिए कुछ बड़ा सोचना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने अपने संबोधन के दौरान सैन्य नेतृत्व से सेना की तरफ से उनकी पार्टी को कुचलने के लिए की जा रही कोशिशों के मामले में जांच करने की अपील की है। इमरान खान ने इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने खान को ‘दोगुला कहा था।
पीटीआई प्रमुख ने कहा, ‘मेरी बात सुनिए मिस्टर डीजी आईएसपीआर..आप पैदा भी नहीं हुए थे, जब मैं दुनिया में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा था और इसके लिए नाम कमा रहा था। इज्जत दिलाई अपने मुल्क को दुनिया में। मुझे पाखंडी और सेना विरोधी कहने के लिए आपको खुद पर शर्म आनी चाहिए।