CHANDIGARH : तीन सप्ताह के बाद भी वारिस पंजाब दे का मुखिया और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस के कब्जे से बाहर है। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की ओर से आज होनी वाली विशेष सभा में अमृतपाल सिंह के सरेंडर करने की खबर थी जिसे पंजाब पुलिस ने फेक न्यूज बताया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दी है।
18 मार्च को वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फरार हो गया था। हालांकि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के संगठन और सहयोगियों पर ऐक्शन लिया। अमृतपाल के 114 से अधिक साथी गिरफ्तार हो चुके हैं। बस अमृतपाल ही हाथ नहीं आया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और खुफिया तंत्र के जाल के बावजूद हर बार अमृतपाल पुलिस को छकाता रहा। कभी उसकी लोकेशन यूपी मिली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश कभी नेपाल। हर बार वह पुलिस की आंख में धूल झोंकने में कामयाब रहा। हालांकि इस बीच उसके कुछ वीडियो भी सामने आए। भगौड़े अमृतपाल ने पुलिस को छकाने के अलावा चुनौती भी दी। उसने इस दौरान दो वीडियो और एक ऑडियो संदेश जारी कर पुलिस को सीधी चुनौती दे डाली। उसने अपने संदेश में कहा कि जिसे पुलिस भगौड़ा कह रही है और बता रही है कि मैं विदेश भाग गया हूं। ऐसा नहीं है।
मैं अपने लोगों को छोड़कर नहीं भागा हूं। मैं जल्द ही अपने लोगों के बीच आऊंगा। संगत में भी आऊंगा। लेकिन, सरेंडर नहीं करूंगा। वहीं बैसाखी के मौके पर अकाल तख्त की अपील के मुताबिक अमृतपाल सिंह सरेंडर कर सकता है। इस मौके पर पंजाब पुलिस के अधिकारियों की छुट्टियां भी रद्द की गई है।