दिल्ली में पुलिस का मुखबिर होने के शक में एक शख्स की चाकू से गोद कर हत्या कर दी गई। नॉर्थवेस्ट दिल्ली के पास स्थित एक रेलवे प्लेटफॉर्म पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि तीन लोगों ने पुलिस की मुखबिरी के शक में युवक की हत्या कर दी है। पुलिस ने बताया कि सोमवार की सुबह करीब 11 बजे उन्हें फोन पर सूचना मिली थी कि लाल बाग के नजदीक चाकू से गोद दिया गया। जिसके बाद युवक को बाबू जगजीवन राम अस्पताल लाया गया। अस्पताल में पुलिस को पता चला कि इनमें से एक दुर्गेश की मौत हो गई है। जबकि एक अन्य 22 साल के शख्स रोशन का इलाज किया जा रहा है। दुर्गेश आजादपुर के लाग बाग का रहने वाला है जबकि रोशन झुग्गी जेलोरवाला बाग का रहने वाला है।
पुलिस ने बताया कि दुर्गेश के भाई मनोज ने घर की छत से यह पूरी वारदात देखी। उसने ही दुर्गेश को अस्पताल में पहुंचाया। पुलिस को दिये बयान में मनोज ने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे दुर्गेश झुग्गी के नजदीक प्लेटफॉर्म पर टहल रहा था। इस दौरान उसे इरफान, रोशन और तारीफ ने टोका। मनोज के मुताबिक, इरफान को शक हुआ कि दुर्गेश पुलिस का मुखबिर हो सकता है और उसने दुर्गेश को चाकू घोंप दिया जबकि रोशन और तारिफ उसे पकड़े हुए थे। जब इरफान ने उसे दूसरी बार चाकू घोंपने का प्रयास किया तब दुर्गेश ने बचने की कोशिश की। इसके बाद दुर्गेश और उन तीनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद इरफान ने रोशन को भी चाकू घोंप दिया। मनोज के मुताबिक, इसके बाद उसने शोर मचाना शुरू किया तब वो तीनों मौके से भाग गए लेकिन रोशन को लोगों ने पकड़ लिया। मृतक दुर्गेश के भाई का यह भी कहना है कि रोशन, तारिफ और इरफाइन इलाके के चर्चित स्नेचर भी हैं। बहरहाल पुलिस ने बताया है कि रोशन का इलाज अभी एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से छुट्टी मिलने पर उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इरफान और तारिफ को पकड़ने की भी कोशिशें की जा रही हैं।