पटना, लैंड फॉर जॉब स्कैम में केंद्रीय जांच एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही है। ईडी की टीम ने शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार और करीबियों के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। इससे पहले भी लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई हो चुकी है। लेकिन इस बार ईडी की कार्रवाई से लालू प्रसाद यादव के सब्र का बांध टूट गया। आरजेडी प्रमुख ने तेजस्वी यादव की गर्भवती पत्नी राजश्री यादव को परेशान करने का आरोप लगाया। लालू प्रसाद ने राजश्री को लेकर इमोशनल कार्ड खेला है। उन्होंने ईडी अधिकारियों पर गर्भवती पुत्रवधु को 15 घंटे तक बैठा कर रखने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं लालू प्रसाद ने बेटियों और नन्हें-मुन्ने नातियों को भी परेशान करने का आरोप लगाया। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कई बार सार्वजनिक मंचों से तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाने का संकेत दे चुके हैं। वहीं अब जिस तरह से केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई हो रही है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी ईडी ने पूछताछ के लिए समन भेजा है। वैसी स्थिति में आरजेडी नेता इस बात को लेकर चिंतित है कि कहीं आने वाले समय में तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ तो नहीं जाएगी। लालू यादव एक दूरदर्शी नेता है। उनके पास करीब 5 दशक का राजनीतिक अनुभव है। वे जनता की नब्ज को भी अच्छी तरह से समझते हैं। उनकी गिनती देश के कद्दावर नेताओं में होती हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव की गर्भवती पत्नी को लेकर लालू प्रसाद ने जो बयान दिया है, उसके मायने भी गहन है।