चाणक्य ने नीतिशास्त्र में एक श्लोक के माध्यम से बताया,ऐसे घरों में खिंची चली आती हैं मां लक्ष्मी

देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद से निर्धन, धनवान और अमीर को गरीब बनने में एक पल भी नहीं लगता. जिसे पर मां लक्ष्मी की कृपा हो जाए उसके घर के वारे न्यारे हो जाते हैं. चाणक्य ने नीतिशास्त्र में एक श्लोक के माध्यम से बताया है कि किन स्थानों पर मां लक्ष्मी खिंची चली आती है. इन घरों में संपन्न्ता की कोई कमी नहीं आती. ऐसे घर के लोगों को कभी दरिद्रता मुंह नहीं देखना पड़ता. आइए जानते हैं कौन से हैं वो घर जहां सदा रहता है मां लक्ष्मी का वास.मूर्खों की बातों का कोई मूल्य नहीं. जिस घर में मूर्खों की बातों को कोई तवज्जों नहीं दी जाती वहां मां लक्ष्मी का वास होता है. चाणक्य कहते हैं कि जो लोग मूर्खों को या फिर उनकी बेतुकी बातों पर विश्वास कर अपने लक्ष्य के मार्ग पर प्रशस्त होते है उन्हें कामयाबी कभी नहीं मिल सकती. सफलता पाना के लिए विद्वान व्यक्ति की सलाह लें न कि मूर्खों की. जो व्यक्ति सही रास्ते पर चलकर अपना लक्ष्य प्राप्त करता है उसपर देवी लक्ष्मी बहुत प्रसन्न रहती हैं. चाणक्य कहते हैं कि जिन घरों की रसोई में कभी अनाज खत्म नहीं होता वहां मां अन्नपूर्णा और देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. अन्न के भंडार भरे रहने के लिए मेहनत करते रहें. कभी अनाज की कमी न होने दें. साथ ही अन्न का अनादर न करें. ऐसा करने पर मां लक्ष्मी रूठ जाती है और धनवान व्यक्ति भी कंगाल हो जाता है. धन-धान्य से वंचित हो जाते हैं.परिवार में एकता संपन्नता की निशानी है. जहां परिवार में आपसी प्रेम और भाईचारा बना रहता है मां लक्ष्मी वहां खिंची चली आती है. इन घरों में कभी धन की कमी नहीं होती, साथ ही समृद्धि बनी रहती है. घर के सदस्यों में, पति-पत्न में अगर प्रेम भावना होगी तो कभी क्लेश नहीं होगा. ऐसे घर के खूब तरक्की करते हैं.

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