NEW DELHI : डीजल के थोक यूजर्स को आज बड़ा झटका लगा है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने थोक यूजर्स के लिए डीजल के दाम में 25 रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में 40 प्रतिशत के उछाल के बाद यह कदम उठाया गया है। हालांकि, पेट्रोल पंप पर रिटेल यूजर्स के लिए रेट में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इस महीने पेट्रोल पंपों की बिक्री में 20 फीसदी का उछाल आया है। बस बेड़े के परिचालकों और मॉल जैसे थोक उपभोक्ताओं ने पेट्रोल पंपों से ईंधन खरीदा है। आमतौर पर वे पेट्रोलियम कंपनियों से सीधे ईंधन की खरीद करते हैं। इससे ईंधन की खुदरा बिक्री करने वाली कंपनियों का नुकसान बढ़ा है। मुंबई में थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल का दाम बढ़कर 122.05 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं, पेट्रोल पंपों पर डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर के भाव बिक रहा है। इसी तरह दिल्ली में पेट्रोल पपों पर डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर है जबकि थोक या इंडस्ट्रियल यूजर्स के लिए इसकी कीमत 115 रुपये प्रति लीटर है। बता दें कि रेलवे, डिफेंस, पावर प्लांट जैसे थोक कस्टमर्स में शामिल हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने चार नवंबर, 2021 से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाए हैं। दुनियाभर में तेल और ईंधन के दाम में काफी तेजी देखने को मिली है। विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आ गए हैं, लेकिन उसके बाद भी संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की वजह से फिलहाल कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है। थोक उपभोक्ताओं के लिए दरों और पेट्रोल पंप कीमतों में 25 रुपये के बड़े अंतर की वजह से थोक उपभोक्ता पेट्रोल पंपों से ईंधन खरीद रहे हैं। वे पेट्रोलियम कंपनियों से सीधे टैंकर बुक नहीं कर रहे हैं। इससे पेट्रोलियम कंपनियों का नुकसान और बढ़ा है और कई खुदरा पंप बंद होने की आशंका है।