वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में खेले गए पहले टी20 मैच में लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को डेब्यू का मौका मिला, लेकिन इस मैच में कुछ ऐसा हुआ जिससे वह हीरो से जीरो बन गए. इस मैच में रवि बिश्नोई ने 4 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट झटके, लेकिन साथ में कुछ ऐसा भी किया जो फैंस को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया.दरअसल, वेस्टइंडीज की पारी का सातवां ओवर युजवेंद्र चहल को सौंपा गया. चहल की पहली ही गेंद पर निकलस पूरन ने गेंद को हवा में उठा दाया. बाउंड्री के पास रवि बिश्नोई ने गेंद को लपका, लेकिन अपने पैर से बाउंड्री लाइन को छू दिया. मैदान अंपायर ने आउट सॉफ्ट डिसीजन के साथ मामला थर्ड अंपायर को रेफर किया, लेकिन रीप्ले में यह साफ हो गया कि पूरन नॉट आउट हैं. भारत यहां विकेट लेने में कामयाब नहीं हो सका, उल्टा उसने 6 रन और लुटा दिए. पैर बाउंड्री लाइन पर टच होने के कारण पूरन को नॉट आउट दिया गया. विकेट टीम इंडिया के हाथ तो आई, लेकिन बिश्वनोई से गलती हो गई. 8 रन पर मिले जीवनदान का पूरन ने भरपूर फायदा उठाया. उन्होंने 61 रन की जोरदार पारी खेली. पूरन के टी-20 इंटरनेशनल करियर का ये छठा और टीम इंडिया के खिलाफ दूसरा अर्धशतक था. उनका विकेट हर्षल पटेल के खाते में आया.