बंगाल में होने वाले 108 नगर निकायों के चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के भीतर कलह सोमवार को काफी बढ़ गई। राज्य भर में विरोध प्रदर्शन फैल गया। पार्टी के शीर्ष अधिकारियों को डैमेज कंट्रोल के लिए उतरना पड़ा। इस मुद्दे ने टीएमसी और प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली राजनीतिक सलाहकार आई-पीएसी के बीच संबंधों में तनाव की अफवाहों को भी सामने लाया। हांलांकि, रिश्ते के भविष्य पर मीडिया की अटकलों को I-PAC ने निराधार करार दिया है। विवाद शुक्रवार शाम को उस समय शुरू हुआ जब तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी और पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने पार्टी के उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी की जिस पर उनके हस्ताक्षर थे। पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर उम्मीदवारों की एक अलग सूची भी दिखाई दी, जिस पर किसी के हस्ताक्षर नहीं थे। दोनों सूचियों के बाहर होने के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। टीएमसी के कई असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को टायर जलाने और नारे लगाने के लिए सड़कों पर उतरते देखा गया। ममता बनर्जी ने इस मामले पर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, “पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची अंतिम है। हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता है। कुछ भ्रम है।”