KHAMANO : शिरोमणि अकाली दल बादल को उस समय तगड़ा झटका लगा जब दरबारा सिंह गुरु ने शिरोमणि अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता एवं अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया। इस संबंधी उन्होंने इस्तीफे की प्रतियां सुखबीर सिंह बादल को भेज दी हैं। गुरु ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्वविद्यालय की सदस्य सचिव के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इस वक्त दरबारा सिंह गुरु विधानसभा हलका बस्सी पठानां के इंचार्ज के रूप में काम कर रहे थे। लेकिन यह सीट बसपा को दिए जाने से उनकी गतिविधियां कम हो गई थीं। दरबारा सिंह गुरू, पार्टी के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल के काफी नजदीकी रहे हैं और उनकी अगुवाई में ही अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। उनके पार्टी छोड़ने के बाद यह तय माना जा रहा है कि वह शुक्रवार को विधानसभा क्षेत्र भदौड़ में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अगुवाई में कांग्रेस जॉइन कर लेंगे। \
बताया जा रहा है कि उनकी पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ समन्वय ठीक नहीं बैठ रहा था।