राजस्थान के अलवर में नाबालिग मूकबधिर बच्ची के साथ बर्बरता का मामले पर बवाल अभी खत्म ही नहीं हुआ था कि पाली जिले में भी दस साल की बच्ची के साथ हैवानियत सामने आई है। दस साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर पहले उसका गला दबाकर मारने का प्रयास किया गया। इस बीच गला दबाकर हत्या नही हुई तो दरिंदे ने पत्थर से सिर फोड़ मासूम को कुए में फेंक दिया। मासूम के साथ दरिंदगी देख ग्रामीणों में इतना गुस्सा व्याप्त हो गया कि ग्रामीणों ने आरोपी को ले जा रही पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों द्वारा पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।दरअसल पाली जिले के तखतगढ़ थाना क्षेत्र में नरपत सिंह नाम के दरिंदे ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। नरपत सिंह ने खेत मे बेर लेने आईं दस साल की नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद दरिंदे ने बच्ची के स्वेटर से उसका गला घोंटकर हत्या करने की कोशिश की। गला घोंटकर हत्या नहीं हुई तो दरिंदे ने बर्बरता की सीमा लांघ मासूम का सिर पत्थर से फोड़ उसकी हत्या कर दी। मासूम की हत्या के बाद दरिंदे ने मासूम के शव को कंधों पर उठाकर खेत से आगे एक कुएं में फेंका और फरार हो गया। इस बीच कुए से शव बरामद होने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। मासूम के साथ दरिंदगी करने वाले नरपत सिंह को ग्रामीणों ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। ग्रामीणों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि आरोपी को पकड़ने आई पुलिस पर भी ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों के पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।दस साल की मासूम से दुष्कर्म व बर्बर हत्या करने के बाद दरिंदा नरपत सिंह मौके से भागने लगा। पहले मासूम के दादा ने उसको पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन वो दादा को नीचे पटक जंगल की ओर भागने लगा। इस बीच गांव में मौजूद ग्रामीण जंगल मे दरिंदे को पकड़ने के लिए पहुंचे। जंगल मे दरिंदे की ग्रामीणों ने बुरी तरह पिटाई कर अधमरा कर दिया।