NEW DELHI : भारत ने अपनी शक्ति में इजाफा करते हुए कम रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली वर्टिकली (जमीन से लंबवत) लॉन्च मिसाइल (वीएल-एसआरएसएएम) का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण ओडिशा के तट से किया गया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि डीआरडीओ की ओर से नौसेना के युद्धपोतों के लिए एक ऐसी हवाई रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) विकसित किया जा रहा है जो लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तक निशाना लगा सकेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सतह से हवा में मार करने वाली वर्टिकल शार्ट रेंज मिसाइल के सफल परीक्षण पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा नौसेना को बधाई दी है। सिंह ने कहा कि इस मिसाइल के परीक्षण से हवाई खतरों से निपटने में नौसेना की क्षमता में बढ़ोतरी होगी। मिसाइल का मंगलवार को ओडिशा के तट पर चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल को बहुत कम ऊंचाई पर स्थित इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्य को ध्वस्त करने के लिए वर्टिकल लांचर से दागा गया था। वायु रक्षा प्रणाली शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) की सबसे खास बात यह है कि यह लगभग 15 किमी की दूरी पर लक्ष्य को भेद सकती है। DRDO द्वारा इसे नौसैनिक युद्धपोतों के लिए विकसित किया जा रहा है।