GAZIYABAD : राजनगर एक्सटेंशन की केडब्ल्यू सृष्टि सोसायटी में 10 साल का बच्चा 50 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा। सोसायटी के जी टावर में दोस्त से मिलने जा रहा ईवान भारद्वाज के 12वें तल पर पहुंचते ही लिफ्ट बंद हो गई। 50 मिनट तक बच्चा लिफ्ट से बाहर निकलने की मशक्कत करता रहा।
लिफ्ट में लंबे समय तक फंसे रहने से बच्चे का दम घुटने लगा। बच्चे ने लिफ्ट में ही सारे कपड़े उतारकर फेंक दिए। करीब 45 मिनट बाद लिफ्ट के पास से किसी के गुजरने और बच्चे की आवाज आने पर काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला जा सका। मामले में परिजनों ने सोसायटी के बिल्डर और मेंटेनेंस विभाग के खिलाफ नंदग्राम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सोसायटी के डी टावर निवासी व बच्चे के पिता गौरव शर्मा ने बताया कि मामले में सोसायटी के मेंटेनेंस विभाग की लापरवाही से बच्चे की जान पर बन आई। 29 अक्तूबर की शाम को बेटा दोस्त से जी टावर में मिलने गया था। लिफ्ट 11वें और 12वें तल के बीच फंस गई थी।
बाद में बच्चे ने बताया कि लिफ्ट में फंसने पर उसने इंटरकॉम और अलार्म के जरिये कई बार संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन दोनों ही खराब थे। लापरवाही की हद इतनी है कि किसी भी सुरक्षा गार्ड ने सीसीटीवी कैमरे पर नजर ही नहीं डाली। अन्यथा बच्चे को थोड़ी देर बाद ही निकाला जा सकता था। पिता गौरव शर्मा ने बताया कि 50 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे बच्चे ने बाहर निकलने के लिए हर प्रयास किया। इन प्रयासों के बीच उसके हाथ में कई जगह चोट लग गई। घटना से डरे बच्चे ने लिफ्ट का इस्तेमाल करना छोड़ दिया है। बच्चे की काउंसलिंग कर समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरव शर्मा ने बताया कि सोसायटी में करीब डेढ़ माह पहले भी लिफ्ट में बच्चे फंस गए थे तब काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। बच्चे के लिफ्ट में फंसने की शिकायत जब मेंटेनेंस वालों से की गई तो समस्या का समाधान निकालने की जगह उल्टी उनसे बदसलूकी की गई।