जालंधर, कमिश्नरेट पुलिस के सीआईए-1 की स्टाफ की पुलिस ने शहीद उधम सिंह नगर डाक्टर विजय सिक्का की पत्नी से हुई लूट के मामले को हल करते हुए 4 लुटेरों को बेनकाब किया है। खोसला स्कूल में काम करने वाले रोहित ने रेकी करके बुना था, लूट की अंजाम को देने वाला ताना बाना। वीबीन्यूज़24 ने किया था खुलासा कि रेकी कर ही लूट की वारदात को दिया गया है अंजाम। आरोपियों की पहचान रोहित मुखिया पुत्र मुकेश्वर मुखिया वासी बिहार हाल वासी डा. खोसला अस्पताल, विष्णु देव, चांद शेखर उर्फ छोटू दोनों पुत्र कपलेश्वर मुखिया वासी गोल्डन एविन्यु फेस-2, मनोज कुमार पुत्र सुरेश कुमार वासी अजीत नगर के तौर पर बताई जा रही है। सीआईए-1 के प्रभारी रमनदीप कुमार ने बताया कि थाना 4 के प्रभारी राजेश कुमार के साथ संयुक्त टीम बना कर को उक्त आरोपियों को गिरफ्तार किया है । आरोपियों के कब्जे से लूटी गई 12 लाख 38 हजार रुपये की नकदी वारदात में इस्तेमाल किया गया मोटरसाईकिल और गुलाबी बैग बरामद किया है। पूछताछ में रोहित मुखिया ने माना कि वह 22-23 साल पहले बिहार से जालंधर आया था और उसने डाक्टर खोसला के डैफ एंंड डम स्कूल में काम पर लग गया। पिछले 16-17 सालों से वह वहीं पर काम कर रहा है। खोसला अस्पताल के सामने ही सिक्का अस्पताल है और उसी रोड पर पंजाब एंड सिंध बैक है। यहां वह डाक्टर खोसला के चैक कभी-कभी जमा करवाने के लिए जाता था। वही उसने देखा कि डाक्टर सिक्का की पत्नी अकसर बैंक में रुपए जमा करवाने के लिए जाती है। जब वह बैग लेकर जाती है तो अकेली ही होती है और बैंक में पहुंच कर पैसे गिनती करती है। इसी को देखते हुए रोहित ने डाक्टर की पत्नी से रुपए लूटने का प्लैन तैयार कर लिया और उसने अपने ताया के लड़को चंद्र शेखर उर्फ छोटू, विष्णु देव और मनोज जो अकसर मिलते थे। उन चारों ने मिलकर योजना बनाई कि वह डाक्टर की पत्नी को निशाना बनाएंगे। 19 सितंबर को रोहित ने इन तीनों को खोसला स्कूल के क्वार्टर में बुला लिया और इनकी लूट की योजना तैयार हो गई। इन सभी को रोहित ने मैडम सिक्का की हांडा सिटी कार और घर दिखा दिया और कहा कि मैडम कार में सवार होकर आती है। 20 सितंबर को सुबह 10 बजे के करीब मनोज अपनी एक्टिवा और विष्णु स्पलैंडर मोटरसाइकिल पर आ गए। रोहित इन तीनों से थोड़ा हट कर खड़ा था और इनकी इंत्जार कर रहा था। सभी की फोन पर बातचीत जारी थी। 3:15 बजे के करीब हांडा सिटी कार आते हुई देखी तो चंद्र शेखर और विष्णु मैडम के हाथ में पकड़ा हुआ रुपयों वाला बैग छीन कर ले गए। वारदात को अंजाम देने के बाद गढ़ा में कमरे में चले गए। लूटी हुई रकम उन्होंने चावलों की बोरी में डालकर उसे ढक दिया और शाम को तीनों दोषी 7-8 बजे के करीब टैक्सी बुक करवा कर पटियाला चले गए। रोहित और विष्णु बस के जरिए अपने गांव स्मस्तीपुर बिहार पहुंचे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमांड लिया जाएगा।