NEW DELHI : आज पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट मुलाकात चली। सूत्रों द्वारा अटकलें लगाई जा रही है कि जल्द ही कैप्टन भाजपा का दामन थाम सकते हैं। सूत्रों का यहां तक कहना है कि अगर कैप्टन भाजपा में गए तो कैप्टन को राज्यसभा सांसद बनाकर कृषि मंत्री बनाया जा सकता है। कैप्टन के भाजपा में जाने की खबर इस कारण और भी पुष्ट होती है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी आदित्य त्रिवेदी ने एक ट्वीट किया था जिसके बाद उस ट्वीट को डिलीट भी कर दिया गया। हालांकि उनके भाजपा में जाने को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन आज की मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह की अमित शाह से मुलाकात के बाद अब कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है।
सूत्रों की मानें तो अब कृषि सुधार कानून कैप्टन के लिए बड़ा टास्क हो सकता है। कैप्टन अब कानून को लेकर आंदोलनकारी किसानों से मिल सकते हैं। इसे केंद्र सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच मध्यस्थता से जोड़कर भी देखा जा रहा है। कैप्टन यह काम पहले करेंगे या फिर केंद्रीय कृषि मंत्री के तौर पर, इसको लेकर चर्चाएं जारी हैं। पंजाब में कांग्रेस नवजोत सिद्धू के इस्तीफे के बाद उलझी हुई है। ऐसे में कैप्टन की इस मुलाकात ने पंजाब में सियासी गर्माहट को और बढ़ा दिया है। कैप्टन का दिल्ली दौरा पंजाब की सियासत के मायने से काफी अहम है। कैप्टन को अपमानित होकर CM की कुर्सी छोड़नी पड़ी। मुख्यमंत्री रहते वह अकसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलते रहे हैं। हालांकि, अब यह मुलाकात हो रही है तो इसके सीधे सियासी मायने लगाए जा रहे हैं।
कल चंडीगढ़ से दिल्ली पहुंचने पर यहां पर किससे मिलने का कार्यक्रम है, के सवाल पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था, ‘यहां मैं घर जाऊंगा, सामान इकट्ठा करूंगा और पंजाब जाऊंगा।’ पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था, ‘यहां मैं किसी भी राजनीतिक नेता से नहीं मिलूंगा, किसी तरह की राजनीतिक गतिविधि नहीं है, मैं कपूरथला हाउस जो सीएम का घर है उसे खाली करने आया हूं।’