KARNAL : हरियाणा के करनाल जिले में आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच 28 अगस्त को हुई झड़प के विरोध में करनाल की अनाज मंडी में कुछ देर में किसानों की महापंचायत (Mahapanchayat) शुरू हो गई है. मंच पर भाकियू प्रमुख राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी पहुंच गए हैं. कुछ ही देर में नेताओं का संबोधन शुरू होगा. इस महापंचायत में कई राज्यों से आंदोलनकारी पहुंचे हैं. किसानों ने आज लघु सचिवालय का घेराव की योजना बनाई है. उनके विरोध प्रदर्शन को देखते हुए करनाल (Karnal) में सुरक्षा के लिए पुलिस व अर्धसैनिक बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं. प्रशासन ने जिले में सोमवार को धारा-144 लागू कर दी. वहीं करनाल, जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल और पानीपत में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर सोमवार रात से मंगलवार रात 12 बजे तक रोक लगा दी है. जमीन से लेकर आसमान तक पुलिस की नजर है. वहीं किसान नेता गुरनाम चढूनी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोई किसान उपद्रव ना करें. भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि पुलिस की ओर से सभी नाके हटाए जा रहे हैं, कहीं भी किसी को रोका नहीं जाएगा. उन्होंने किसानों से अपील की है कि किसान शांतिपूर्वक तरीके से करनाल की अनाज मंडी में पहुंचे.
उन्होंने किसानों से कहा कि किसी ने भी उपद्रव नहीं करना है. रास्ते में पुलिस रोके तो मानवता का परिचय देना है. हमारा आंदोलन शांतिपूर्वक रहेगा. अगर किसी ने कोई गड़बड़ की तो आंदोलन टूट जाएगा. पुलिस का मैसेज आया है कि सभी बैरिकेट हटाए जा रहे हैं. किसी को रोका नहीं जा रहा है. पंचायत में ही सभी फैसले लिए जाएंगे. वहीं किसानों की महापंचायत के मद्देनजर चंडीगढ़-नई दिल्ली नेशनल हाईवे पर लोगों को परेशानी से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने ट्रैफिक डाइवर्ट (Traffic Divert) करने का फैसला किया है.