जालंधर,(विशाल)-पंजाब में अनूसूचित जाति (एससी) के विद्यार्थियों को दी जाने वाली पोस्ट मेट्रिक स्कालरशिपi का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। स्कालरशिप की राशि न मिलने पर संबंधित कॉलेजों ने छात्रों के रोल नंबर रोक दिए हैं। यह फैसला कालेजों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने लिया है। इसी के विरोध में मंगलवार को विद्यार्थियों ने डीसी दफ्तर के सामने कॉलेजों की संयुक्त कमेटी का पुतला फूंका। इसके बाद सभी की जिद थी कि वे डीसी घनश्याम थोरी से मिलकर ही इस मुद्दे का हल तुरंत निकलवाना चाहते हैं। इस वजह से गेट पर उनकी पुलिस मुलाजिमों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। कुछ छात्र गेट के अंदर दाखिल भी हो गए हैं जबकि बाकियों को बाहर ही रोक लिया गया। छात्रों का कहना है कि कॉलेजों की ज्वाइंट कमेटी ने दो लाख विद्यार्थियों को रोल नंबर रोकने की घोषणा करके उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। उधर, एडीसी जसवीर सिंह ने कहा कि जिन स्टूडेंट का रोल नंबर रोका गया है, वे उन्हें लिखित में शिकायत दें। वे कालेज के खिलाफ कार्रवाई करेंगे विद्यार्थी नेता नवदीप दकोहा ने कहा कि कालेजों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने दो लाख विद्यार्थियों को रोल नंबर नहीं दिया है। कॉलेज उन्हें परीक्षाओं में भी नहीं बैठने देंगे। सरकार को चाहिए कि अगर वह स्कीम लेकर आ रही है तो उसे सही ढंग से चलाए। अगर नहीं चला सकती है तो बंद करें। यूं ही विद्यार्थियों को परेशानी में तो ना डाले। अब वे साल भर प्रदर्शन कर अपने हक ले लिए लड़ें या फिर पढ़ाई करें। अगर ऐसा ही चलता रहा तो सरकार को वर्ष 2022 में इसके परिणाम देखने को खुद ब खुद मिल जाएंगे। अगर उनकी परेशानी जल्द हल न की गई तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन कर सड़कों पर उतरेंगे। इसकी जिम्मेदारी खुद सरकार व जिला प्रशासन की होगी क्योंकि दोनों स्कीम को पूरी तरह से लागू करवाने विफल रहे हैं।