गुरुवार सुबह अपने माता-पिता के साथ जाकर कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली। अरविंद केजरीवाल के माता-पिता की आयु 60 साल से अधिक है। ऐसे में वह कोरोना टीकाकरण के दायरे में आते हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल की उम्र 60 साल से कम है। ऐसे में उन्हें कोरोना वैक्सीन लगने की वजह यह है कि वह डायबिटीज से पीड़ित हैं। डायबिटीज को उन गंभीर बीमारियों में शामिल किया गया है, जिससे पीड़ित 45 साल से अधिक आयु के लोग भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं। इसी के चलते केजरीवाल ने गुरुवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल जाकर टीका लगवाया। कोरोना टीका लगवाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैं अपने पेरेंट्स के साथ कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज ली। हमें इस दवा से कोई मुश्किल या असहजता नहीं हुई। मैं सभी लोगों से अपील करना चाहता हूं कि अपनी बारी में अपनी जल्दी ही वैक्सीन लगवाएं। इससे हिचकने की कोई वजह नहीं है। वैक्सीनेशन केंद्रों पर हाई स्किल्ड स्टाफ है और आपको यहां वैक्सीन लगवानी चाहिए।’ देश भर में 1 मार्च से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हुआ है। इसके तहत 60 साल से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसके अलावा 45 साल से अधिक आयु के उन लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।