साल का तीसरा चंद्र ग्रहण रविवार, 5 जुलाई को लगने जा रह है. गुरु पूर्णिमा के दिन लगने वाला यह खास चंद्र ग्रहण 8 बजकर 38 मिनट से शुरू होगा और 11 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की अवधि 2 घंटे 43 मिनट होगी. यह एक उपछाया ग्रहण है, जिसमें सूतक काल मान्य नहीं होता है. आमतौर पर किसी भी ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, जिसमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. ग्रहण को नग्न आंखों से देखने का भी परहेज करना चाहिए. ग्रहण के समय भोजन करने और बनाने दोनों से बचना चाहिए. ग्रहण के बाद स्नान करने से उसका प्रभाव कम हो जाता है. चंद्र ग्रहण के बाद बासी खाना या रात का बचा हुआ भोजन नहीं करना चाहिए. ऐसा भोजन पशुओं को डाल दें. यदि घर में दूध से बनी चीजें रखी हैं तो उन्हें फेंकने की बजाए उनमें तुलसी के पत्ते डाल दें. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया आदि से विशेष रूप से बचना चाहिए. देवी-देवाओं की मूर्ति को स्पर्श करने से बचना चाहिए