जालंधर, (संजय शर्मा)-प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के दिशा-निर्देश में हंस राज महिला महाविद्यालय की प्रायडियन साइकोलॉजिकल सोसाइटी की ओर से वल्र्ड सुसाइट प्रिवेंशन डे के अवसर पर समारोह का आयोजन किया गया। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के साइकोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ. दविंदर सिंह बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थे। एचएमवी की साइकोलॉजी विभागाध्यक्षा डॉ. आशमीन कौर ने प्लांटर भेंट कर उनका स्वागत किया। डॉ. दविंदर सिंह ने विश्व स्तर पर सुसाइड के आंकड़ों पर चर्चा की तथा उसके संकेतों जैसे व्यावहारिक बदलावों, वर्बल चिन्ह, निराशा आदि के बारे में बात की तथा कहा कि इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत सी समस्याएं कुछ समय के लिए होती हैं तता उनका समाधान भी संभव है। प्रो. दविंदर सिंह ने कहा कि ऐसे समय में लाइफस्टाइल, सहनशक्ति में कमी आदि की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बचाव के तरीकों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रसन्नता एक शक्तिशाली एजेंट है। उन्होंने कहा कि सुसाइड को रोकने में संचार, दूसरों की बात सुनना व उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाना काफी कारगर सिद्ध हो सकता है। इस दौरान प्राचार्या डॉ. अजय सरीन ने कहा कि इन दिनों की महत्ता बताकर उन्हें जागरूक करते हैं। इस अवसर पर पोस्टर मेंकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। मंच संचालन बी.वॉक की छात्रा महकश व बी.ए. की छात्रा मानवी ने किया। बी.वॉक की छात्रा रूहानी ने स्वरचित कविता का उच्चारण किया। इस अवसर पर फैकल्टी सदस्य सुश्री वंशिका, सुश्री हरप्रीत व सुश्री निहारिका उपस्थित थे। सुश्री वंशिका ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।