मुख्यमंत्री दफ्तर द्वारा इस घर के बुनियादी ढांचे में बदलाव को लेकर लोक निर्माण विभाग, पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड और जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग को मंजूरी भी दे दी है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा टीम ने लगभग 4-5 एकड़ में फैले इस घर में पैरिफिरल दीवारों, वेटिंग हॉल, शेड, अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी और पार्किंग स्थानों आदि के लिए प्रस्ताव दिया गया है।
गौरतलब है कि जालंधर उपचुनाव से पहले शहर में एक कोठी किराए पर ली थी। यहां से ही आम चुनाव का नेतृत्व करते हुए पार्टी को बड़ी जीत दिलवाई थी। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने जनता से वादा किया था कि वह चुनाव के बाद भी जालंधर रहेंगे और हर हफ्ते यहां आकर लोगों के काम करवाया करेंगे। उन्होंने कहा था कि माझा और दोआबा के लोगों को अब चंडीगढ़ आने की जरूरत नहीं होगी और उनके काम जालंधर से ही हो जाया करेंगे।