शास्त्रों के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद यानी भादो मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 2023, मंगलवार को है। इस साल गणेश चतुर्थी के दिन मंगलवार का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस योग में भगवान गणेश के विघ्नेश्वर स्वरूप की पूजा करने से मनचाहा परिणाम प्राप्त होता है। जानें भगवान गणेश की स्थापना व पूजन के अलग-अलग मुहूर्त, स्थापना विधि व किन बातों का रखें ध्यान-
गणेश चतुर्थी के दिन घर पर गणेश स्थापना व पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 30 मिनट से सुबह 11 बजे तक रहेगा। इसके अलावा सुबह 11 बजकर 25 मिनट से दोपहर 02 बजे तक शुभ मुहूर्त रहेगा।
गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की स्थापना व पूजा के मुहूर्त सुबह 10 बजे से सुबह 11 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। दोपहर 12 बजे से दोपहर 01 बजकर 20 मिनट तक रहेगा।
1. सबसे पहले चौकी पर गंगाजल छिड़कें और इसे शुद्ध कर लें।
2. इसके बाद चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर अक्षत रखें।
3. भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें।
4. अब भगवान गणेश को स्नान कराएं और गंगाजल छिड़कें।
5. मूर्ति के दोनों ओर रिद्धि-सिद्धि के रूप में एक-एक सुपारी रखें।
6. भगवान गणेश की मूर्ति के दाईं ओर जल से भरा कलश रखें।
7. हाथ में अक्षत और फूल लेकर गणपति बप्पा का ध्यान करें।
8. गणेश जी के मंत्र ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें।
1. भगवान गणेश की मूर्ति पर तुलसी और शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
2. गणेश पूजन में नीले व काले रंग के वस्त्रों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
3. भगवान गणेश की दूर्वा और मोदक के बिना पूजा अधूरी रहती है।
4. भगवान गणेश की स्थापना करने के बाद मूर्ति को अकेले कभी न छोड़ें।
5. स्थापना के बाद मूर्ति को इधर-उधर न रखें, यानी मूर्ति न हिलाएं।