जालंधर, (रोजाना आज तक)- भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब की कानून-व्यवस्था तथा मुख्यमंत्री भगवंत मान, जो कि पंजाब के मौजूदा गृहमंत्री भी हैं, को एक गृहमंत्री के रूप में पूरी तरह विफल करार देते हुए उनकी कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े किए। अश्वनी शर्मा ने आज जालंधर में जिलाध्यक्ष सुशील शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान कहा कि जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है है तब से पंजाब में कानून-व्यवस्था नाम की चीज़ बिलकुल खत्म हो गई है। आम आदमी पार्टी के शासन में पंजाब में पिछले एक वर्ष में यूपी-बिहार से भी बदतर हालात हो गए हैं। हर तरफ डर का माहौल है। यह बहुत ही चिंताजनक है कि आज पंजाब सहित राज्य के बाहर आने वाले सैलानी भी खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। इस अवसर पर अश्वनी शर्मा के साथ मंच पर बिक्रमजीत सिंह चीमा, मनजिंदर सिंह सिरसा, डॉ. राज कुमार वेरका, डॉ. सुभाष शर्मा, जनार्दन शर्मा आदि भी उपस्थित थे।
अश्वनी शर्मा ने बीती रात कुछ अज्ञात नकाबपोश लोगों द्वारा दागी गई गोलियां से गंभीर रूप घायल हुए भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा पंजाब के महासचिव बलविंदर गिल, जो कि अमृतसर के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन हैं, का विशेष रूप से गुरुनगरी पहुँच कर जहाँ हालचाल जाना, वहीं उन्होंने घायल बलविंदर गिल के परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी हासिल भी की तथा उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। इस अवसर पर बिक्रमजीत सिंह चीमा, राजेश बागा, डॉ. सुभाष शर्मा, इंद्र इकबाल सिंह अटवाल, सुच्चा राम लद्दड़, मंजीत सिंह मन्ना, मुनीष शर्मा, संजीव कुमार, बलदेव राज बग्गा, डॉ. राम चावला, केवल कुमार गिल आदि भी उपस्थित थे।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि भगवंत मान सरकार बनने के बाद पंजाब में देश-विरोधी ताकतों व देश विरोधी ताकतों की गतिविधियों में जितनी बढ़ौतरी हुई है, पहले किसी भी सरकार के राज में ऐसा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब को भगवान भरोसे छोड़ कर खुद अन्य राज्यों की सैर में व्यस्त हैं। आज पंजाब की जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। कोई ऐसा दिन नहीं गुजरता जब हत्या नहीं होती। पंजाब सरकार अंधी-बोली होकर तमाशा देख रही है और इसका खामियाजा पंजाब का आम जनता भुगत रही है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के महासचिव बलविंदर गिल जो कि पार्टी के दिशा-निर्देश पर जालंधर लोकसभा उपचुनाव में प्रचार के कार्य में लगे हुए थे, को घर से बाहर बुला कर गोलियां मारी गई हैं। इसके पीछे कहीं कोई राजनीतिक षड्यंत्र तो नहीं? क्या उन्हें चुनाव प्रचार से रोकने की कोशिश में यह हमला मौजूदा पंजाब सरकार द्वारा तो नहीं करवाया गया? इसकी सब पहलुओं पर जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर शिकंजा कसने में बार-बार फेल साबित होने से पंजाब सरकार व पंजाब पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में आती है। इससे असामाजिक तत्वों का मनोबल इतना बढ़ गया है, कि वह लोग दिन-दिहाड़े व् पुलिस की नाक के नीचे वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अपराधियों में कानून का भय समाप्त हो गया है, जो सभी के लिए गंभीर चिंता का विषय है। लगता है कि भगवंत मान सरकार ने असमाजिक तत्वों व् अपराधियों के समक्ष घुटने टेक दिए भगवंत मान और केजरीवाल दोनों मिलकर पंजाब को काले दौर में धकेलने पर तुले हुए हैं। भगवंत मान पंजाब की सत्ता संभालने में नाकाम रहे हैं। ऐसे नाकाम मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने बीते रात सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में देश के किसी अन्य राज्य से आई नौजवान युवती, जिसनें अपने मुँह पर भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का निशान बना रखा था, से शिरोमणि कमेटी के सेवादार द्वारा दुर-व्यवहार कर उसे सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में जाने से रोके जाने के पूछे गए सवाल पर कहा कि सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब सांझी वालता का प्रतीक है और इस घटना के संबंध में शिरोमणि कमेटी को उक्त युवती तथा सभी से मांफी मंगनी चाहिए और आरोपी सेवादार के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि आगे से कोई भी ऐसा करने की गलती ना करे।