आमतौर पर मेडिकल की पढ़ाई को सबसे महंगा माना जाता है. पढ़ाई अगर प्राइवेट यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट से हो तो यह और भी ज्यादा हो जाता है. पर क्या आप जानते हैं कि मेडिकल से भी ज्यादा महंगा एक कोर्स है, जिसे लेकर भारत में अभी उतना रुझान नहीं है, लेकिन इसे करने के लिए इंग्लैंड और अमेरिका जैसे देशों में काफी क्रेज नजर आता है. इसकी फीस इतनी है कि हर किसी के वश की इसकी पढ़ाई संभव नहीं है. हम जिस कोर्स की बात कर रहे हैं, उसका नाम नैनी है और 4 साल के इस कोर्स की फीस 65-70 लाख रुपये है.
ये कॉलेज है सबसे ज्यादा फेमस
इस कोर्स के लिए इंग्लैंड स्थित नॉर्लैंड कॉलेज को सबसे खास माना जाता है. यह काफी पॉपुलर है और इसे दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नैनी ट्रेनिंग स्कूल के रूप में जाना जाता है. इसके इतिहास की बात करें तो यह 130 साल पुराना है. यहां नैनी यानी आया की बेस्ट ट्रेनिंग दी जाती है. नॉर्लैंड कॉलेज से पढ़ने वालीं नैनी ब्रिटेन और यूरोप के देशों में अमीर परिवारों में अपनी सेवाएं देती हैं. इस काम के लिए एक नैनी सालाना 1 करोड़ रुपये तक सैलरी लेती हैं.इस ब्रिटिश कॉलेज की स्थापना 25 सितंबर 1892 को एमिली वार्ड ने की थी. उनका मकसद यहां बेहतरीन आया तैयार करने का था. वह यहां हर उस चीज की ट्रेनिंग देना चाहती थीं, जिससे बच्चे की देखभाल अच्छे से हो सके. शुरुआत में इसे अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला, लेकिन देखते ही देखते ये कॉलेज दुनियाभर में सबसे प्रतिष्ठित नैनी ट्रेनिंग स्कूल बन गया. यहां से शाही परिवार और बड़े कारोबारी नैनियों को अपने बच्चों की परवरिश के लिए ले जाते हैं.नॉर्लैंड कॉलेज में ट्रेनिंग लेने वाली महिलाओं को खाना बनाना, सिलाई करना और बच्चे की देखभाल करना सिखाया जाता है. इसके अलावा चार साल की पढ़ाई भी होती है. इस दौरान उन्हें बताया जाता है कि बच्चों के नखरों से कैसे निपट सकते हैं, किसी आपातकालीन स्थिति में कैसे निकल सकते हैं, खुद को और बच्चे को कैसे सेफ रख सकते हैं. इसके अलावा बच्चों को भी सेल्फ डिफेंस सिखाने की ट्रेनिंग दी जाती है.अब बात अगर इसमें पढ़ाई के लिए आने वाले खर्च की बात करें तो आप उसे सुनकर हैरान हो जाएंगे. दरअसल, नॉर्लैंड कॉलेज में पढ़ना ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ने से ज्यादा खर्चीला है. यहां पढ़ना सबसे बस की बात नहीं है. यहां चार साल की ट्रेनिंग होती है. इसमें एक साल की फीस करीब 16 लाख रुपये (20,000 डॉलर) होती है. अन्य दूसरे खर्च मिलाकर 4 साल की फीस 70 लाख तक पहुंच जाती है.