ATARI : पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत में धार्मिक स्थलों के दर्शन करने के लिए तीन महीने के वीजे पर आए यात्री 30 महीने बाद स्वदेश रवाना हो गए। हिंदू परिवारों के प्रतिनिधि ने बताया कि 92 हिन्दू पाक नागरिक इमीग्रेशन एवं कस्टम के दस्तावेजी कार्रवाई करके पाकिस्तान रवाना कर दिया गया है। वहीं नवजात बच्चे का पासपोर्ट न होने के कारण परिवार के 7 सदस्य सीमा पार नहीं कर सके। दरअसल कोरोना से पहले अपने रिश्तेदारों को मिलने और हिंदू मंदिरों के दर्शन के लिए 99 हिंदुओं का एक दल भारत पहुंचा था। ये सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं, लेकिन वीजा की अवधि खत्म होने और जरूरी दस्तावेजों की कमी के कारण वापस अपने देश नहीं जा पा रहे हैं। इसी कारण ढाई महीने से उन्होंने भारत-पाकिस्तान को जोड़ने वाले अमृतसर के अटारी-वाघा बॉर्डर पर डेरा लगाया हुआ है। इसी डेरे में 2 दिसंबर को एक बच्चे ने जन्म लिया है। परिवार ने बच्चे का नाम ‘बॉर्डर’ रख दिया है ताकि परेशानी के इस दौर को जिंदगी भर याद रखा जा सके। यह परिवार 99 लोगों के दल में शामिल है, जो वीजा की गड़बड़ी के कारण भारत में ही अटके थे।