सोनू सूद फाउंडेशन में आए फंड पर भी सवाल उठने शुरू हो गए थे। आपको बता दें सोनू सूद पर टैक्स चोरी का इल्ज़ाम है, जिसका अभिनेता ने मीडिया के सामने खंडन भी किया है। एक्टर ने बताया कि उन्होने अपनी फाउंडेशन को कोरोना की दूसरी लहर के वक्त लिस्ट किया था। पहली लहर के दौरान उनके पास ऐसे लोग थें जो प्रवासियों की मदद करना चाहते थे, उनके लिए बसे बुक करना चाहते थे, तब वह पैसा जमा नहीं कर रहे थे।आगे बात करते हुए सोनू सूद ने बताया कि उन्होने चार-पाच महीने से ही फंड इकट्ठा करने की शुरूआत की है, उन्हें जो ब्रांड फाउंडेशन के लिए पैसा दान करती है वह उनका फ्री विज्ञापन कर देते हैं हैं। अभिनेता बताते हैं कि जो उनको पैसा ब्रांड एंडोर्समेंट में मिलता है, वह उस आमदनी का 25 फीसद फाउंडेशन को दे देते हैं कभी-कभी तो वह 100 फीसद भी फांउडेशन के अकाउंट में डाल देते हैं। सोनू सूद ने अस्पताल के प्लान के बारे में बात करते हुए कहा कि जितने लोग हमारे पास मदद के लिए आए उनमे से कई लोगों का इलाज हैदाबाद में हुआ। वहां के कुछ अस्पतालों का इन्फ्रास्ट्रक्चर अलग दर्जे का है, आने वाले पचास सालों में योजना यह है कि सोनू सूद रहे या ना रहे, लेकिन इस चैरिटेल अस्पताल के ज़रिए लोगों का मुफ्त इलाज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे सपने बड़े हैं और मैं एक मिशन पर हूं. पिछले कुछ दिनों में मैंने 2 करोड़ रुपये का खर्चा अस्पताल के प्रोजेक्ट पर करा है.