CHANDIGARH : हरियाणा सरकार के 2500 दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज चंडीगढ़ में अपनी सरकार का लेखा-जोखा पेश किया। वहीं प्रेस क्लब में सीएम की प्रेस वार्ता और किसानों के विरोध को देखते हुए आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। किसानों ने इस दौरान खूब नारेबाजी की। इस दौरान सीएम ने करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज के बारे में कहा कि करनाल एसडीएम के शब्दों का चयन ठीक नहीं था। जो शब्द एसडीएम ने चुने, वह नहीं बोलने चाहिए थे। कानून व्यवस्था बनाए रखना उनका दायित्व था। डीजीपी व प्रशासन अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, रिपोर्ट के आधार पर अगला कदम उठाया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि किसान आंदोलन, हिंसा के पीछे पंजाब सरकार के लोगों का हाथ है। किसान नेता राजेवाल पंजाब सीएम को ऐसे ही लड्डू खिलाते हुए नहीं दिख रहे थे।
सीएम मनोहर लाल ने प्रेस वार्ता में कहा कि अब सेवा का अधिकार कानून और पारदर्शी होगा। इसके साथ ही खट्टर ने किसान आंदोलन को विपक्ष के भ्रम की देन बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने मंडियां व एमएसपी खत्म होने का भ्रम फैलाया है। जबकि सच यह है कि देश में न मंडी खत्म हुई न एमएसपी। जो मंडियां बंद थीं वह भी शुरू की गईं हैं। उन्होंने कहा कि हम 10 फसलें एमएसपी पर खरीद रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों में गेहूं व धान ही खरीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस का भ्रामक प्रचार सहन कर रहे हैं।