नई दिल्ली, पूरे देशभर में आज कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। मथुरा समेत देश के दूसरे मंदिरों को काफी संजाया गया है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सोशल मीडिया पर भी लोग अलग- अलग मंदिरों की तस्वीर शेयर कर रहे हैं। जन्माष्टमी के मौके पर सोशल मीडिया पर जगन्नाथ मंदिर व महाराजा रणजीत सिंह की भी चर्चा हो रही है। मांग की जा रही है कि महाराजा रणजीत सिंह की इच्छा के अनुसार पुरी के जगन्नाथ मंदिर को कोहिनूर हीरा दे दिया जाए।
कोहिनूर को भारत लाए जाने का प्रयास काफी लंबे समय से चल रहा है लेकिन प्रयास अब तक असफल रहा है। देश की संसद में भी कोहिनूर हीरे का मुद्दा उठ चुका है। साथ ही कहा गया कि जब भी भारत इसे वापस लाने में कामयाब हो तो कोहिनूर को महाराजा रणजीत सिंह की इच्छा के अनुसार पुरी के जगन्नाथ मंदिर को दिया जाए।
बीजद के सांसद ने राज्यसभा में यह मुद्दा उठाया था कि महाराजा रणजीत सिंह ने कोहिनूर हीरे को जगन्नाथ मंदिर को देने की इच्छा जताई थी। रणजीत सिंह ने पुरी की यात्रा की थी और भगवान जगन्नाथ का जिक्र किया था। दावे के मुताबिक राष्ट्रीय अभिलेखागार में रखी महाराजा रणजीत सिंह की वसीयत में स्पष्ट लिखा है कि कोहिनूर को पुरी के जगन्नाथ मंदिर में दान दे दिया जाए। ओडिशा कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष की ओर से यह दावा किया गया था वसीयत की दुर्लभ प्रति उनके पास है। महाराजा रणजीत सिंह की वसीयत को ही आधार बनाकर इसे ओडिशा लाकर जगन्नाथ मंदिर को दान में दिया जाए।