जालंधर, (विशाल/ रोजाना आजतक)-लुटेरों का अकेले डटकर सामना करने वाली शहर की बहादुर बेटी कुसुम से हर कोई प्रभावित है। विभिन्न प्रशानिक व सामाजिक संगठनों की ओर से कुुसुम की हौसला अफजाई के लिए जमकर सराहना व पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इसकी कड़ी में अब शहर का ह्यूमैनिटी एनजीओ आगे आया है। ह्यूमैनिटी एनजीओ ने कुसुम को निशुल्क शिक्षा देने के लिए अडॉप्ट किया है।संस्था के प्रधान संजीवा थम्मन और उप प्रधान नीना अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार से बहादुर बेटी अकेले ही लुटेरों से लड़ पड़ी थी। जख्मी होने के बावजूद उसने लुटेरे को नहीं छोड़ा। इस तरह से उसने औरों के लिए भी मिसाल खड़ी कर दी है। उनकी पूरी संस्था कुसुम के इस जज्बे को सलाम करती है। यही कारण है कि बहादुर बेटी पढ़े लिखे और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। इसीलिए संस्था की तरफ से उसकी शिक्षा का सारा प्रबंध करने का फैसला लिया है। उन्होंने ने कहा कि कुसुम जब तक भी पढ़ना चाहेगी उनकी संस्था सारा खर्च उठाएगी।