जालंधर, (विशाल)-चमड़ा उद्योग में से निकलने वाले गंदे पानी के शोध को यकीनी बनाने के लिए स्थानीय लैदर कांप्लैक्स में कामन इफलूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईपीटी) का जल्दी ही नवीनीकरण किया जा रहा है। इसलिए 24.67 करोड़ रुपए के टैंडर शुक्रवार को खोले जाएंगे, जिस संबंधी बोली लगाने की आखिरी तारीख़ 8अक्तूबर (शाम 4:30 बजे तक) तय की गई है।ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में आधिकारियों और चमड़ा उद्योगपतियों से मीटिंग की अध्यक्षता करते डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने कहा कि जिले के उद्योगपतियों की तरफ से लम्बे समय से यह माँग की जा रही थी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने राज्य और उद्योगों की भलाई के लिए ऐतिहासिक फ़ैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इस कदम से उद्योगों और अन्य चीजों से हो रहे वातावरण प्रदूशष को काफ़ी हद तक घटाने में सहायता मिलेगी। थोरी ने कहा कि शुरू होने से 9 महीनों के अंदर यह काम पूरा कर लिया जाएगा और सीईटीपी की मुरम्मत, संचालन और रख -रखाव लिए कंपनी ज़िम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि चमड़ा कांप्लेक्स में सीईटीपी की स्थापना 2008 में से गई थी, जिसको नए ढंग से अपग्रेड करने की ज़रूरत है, जिससे प्रदूशष को रोकने में मदद मिले। उन्होंने कहा कि पूरा प्रोजेक्ट समयबद्ध ढंग के साथ पूरा किया जाएगा। उन्होंने आधिकारियों को वातावरण को सब से अधिक प्राथमिकता देने के लिए कहा जिससे हम आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य दे सके। डिप्टी कमिशनर ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार जिले के विकास और लोगों की खुशहाली के लिए वचनबद्ध है और इस काम में कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। इस अवसर पर सहायक कमिशनर रनदीप गिल, कार्यकारी इंजीनियर पंजाब जल स्पलाई और सीवरेज बोर्ड जतीन वासुदेवा और अन्य मौजूद थे।