पश्चिम विहार वेस्ट थाने की पुलिस समेत सीनियर अफसर भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बच्ची को फौरन संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया। उसके सिर और हिप्स में किसी धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। बच्ची के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम सरगर्मी से जुटी और सिर व कटे हुए हिस्सों में टांके लगाए, हाथों हाथ एम्स रेफर कर दिया। मौका ए वारदात का जायजा लेकर पुलिस ने हत्या की कोशिश और पॉक्सो समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। लड़की ने जो बयान दिया है, उसके आधार पर वारदात में दो लड़के शामिल थे। पुलिस को अंदेशा है कि दोनों संदिग्ध आसपास के ही हैं।
सीनियर पुलिस अफसरों के मुताबिक, 13 साल की बच्ची परिवार के साथ पीरागढ़ी में किराए पर रहती है। परिवार मूल रूप से बिहार का रहनेवाला है। जिस कमरे में परिवार रहता है, वह बिल्डिंग तीन मंजिल की है, जिसमें छोटे-छोटे करीब 25 कमरे बने हुए हैं। इनमें अधिकतर आसपास की फैक्ट्रियों में लेबर का काम करते हैं। बच्ची के परिवार में माता-पिता और एक बड़ी बहन है। माता-पिता फैक्ट्री में लेबर हैं। बड़ी बहन भी काम करती है। लगभग रोजाना वह बच्ची अपने कमरे में अकेली रहती है। वाकया मंगलवार शाम का है। पुलिस को तकरीब साढ़े पांच बजे कॉल मिली थी। आशंका है कि बच्ची के साथ करीब 4 बजे वारदात हुई है। शुरुआती जांच में दो लड़के थे। उसके साथ सेक्सुअल असॉल्ट की कोशिश हुई। बच्ची ने विरोध किया तो उसकी हत्या की कोशिश हुई। हिप्स व सिर में गंभीर चोटें हैं।