मंडाला छन्ना (जालंधर), पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुँचाने के लिए अपने प्रयत्न जारी रखते हुये आज यहाँ धुस्सी बाँध में आयी दरार को भरने सम्बन्धी चल रहे काम का निरीक्षण किया।
बाँध में सोमवार सुबह-सुबह आयी दरार को भरने सम्बन्धी चल रहे काम का जायज़ा लेने के लिए मुख्यमंत्री किश्ती में बैठ कर लोगों के बीच गए। उन्होंने प्रसिद्ध वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल और ज़िला प्रशासन के नेतृत्व में वालंटियरों की तरफ से इस दरार को भरने के लिए जंगी स्तर पर किये गए मिसाली कामों की सराहना की। भगवंत मान ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में लोगों को राहत देने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी के तेज बहाव के कारण कई स्थानों पर धान की फ़सल तबाह हो गई है। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए राज्य सरकार जल्द ही किसानों को अधिक उपज देने वाली धान की किस्मों की पनीरी मुफ़्त मुहैया करवाएगी। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी, पनसीड, कृषि विभाग और सम्बन्धित दूसरों को पहले ही इन किस्मों की पनीरी तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पनीरी अगले चार- पाँच दिनों में तैयार हो जायेगी, जिसके बाद यह किसानों को मुफ़्त बांटी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस पानी की चपेट में राज्य के करीब 15 जिले आए हैं, जहाँ ज़रूरत मुताबिक यह पनीरी किसानों को बांटी जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में राज्य सरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा जोड़ कर खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कितनी अजीब बात है कि जब वह बाढ़ से प्रभावित पंजाबियों की सेवा करने में व्यस्त हुए हैं तो विरोधी पक्ष इस मौके को अपने राजनैतिक हितों की पूर्ति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष के नेताओं के लिए यह बहुत शर्मनाक बात है कि वह इतना नीचे गिर गए हैं कि संकट की इस घड़ी में भी सरकार पर कीचड़ उछालने से बाज नहीं आ रहे। भगवंत मान ने कहा कि एक बार राज्य के लोगों की सुरक्षा यकीनी हो गई तो वह इन बेरोज़गार और नकारे हुए राजनैतिक नेताओं को ज़रूर जवाब देंगे।
मख्यमंत्री ने भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ को सवाल किया कि जब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ग्रामीण विकास फंडों का दुरुपयोग किया था तो तब वह चुप क्यों थे? उन्होंने कहा कि सुनील जाखड़ उस समय कांग्रेस के प्रदेश प्रधान थे, जब केंद्र की तरफ से फंड रोके गए थे। भगवंत मान ने कहा कि प्रदेश भाजपा प्रधान विकास कामों को रोकने के लिए पंजाब और पंजाब निवासियों के प्रति जवाबदेह हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह जान कर खुशी हुई है कि राज्य में बाढ़ का पानी तेज़ी से घट रहा है, जिस कारण राहत और बचाव कामों में तेज़ी आ रही है। उन्होंने राहत कामों के लिए राज्य सरकार को बड़ा सहयोग देने के लिए बी. एस. एफ. / एन. डी. आर. एफ. की टीमों की भी सराहना की। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब आपदाओं के दौरान जनता की सेवा करने के लिए जाना जाता है और हम इस चुनौती से भी निपट लेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने इस संकट का मुकाबला करने के लिए एक बार फिर बेमिसाल साहस और दिलेरी दिखाई है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों को हर तरह की कठिनाईयों के साथ लड़ने के जज़्बे की बख़शीश प्राप्त है, जिस कारण पंजाबी अपनी इस भावना के साथ सदियों से चढ़ती कला में हैं। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लोगों ने बेमिसाल सांझ और सदभावना का प्रदर्शन करते बड़े स्तर पर एक दूसरे की मदद की है।इस मौके पर दूसरों के इलावा कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह, लोक सभा मैंबर सुशील कुमार रिंकू, राज्य सभा मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल और विधायक इन्द्रजीत कौर मान भी उपस्थित थे।