नई दिल्ली : मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अडानी विल्मर के आईपीओ पर रोक लगा दी है। अडानी विल्मर 4500 करोड़ रुपए का इश्यू लाने वाला था लेकिन फिलहाल इस योजना पर ब्रेक लग गया है। इसकी वजह है अडानी एंटरप्राइज के खिलाफ चल रही जांच। फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टमेंट की जांच के कारण सेबी ने फिलहाल अडानी विल्मर के IPO को रोक दिया है। बता दें कि अडानी विल्मर एडिबल ऑयल ब्रांड फॉर्च्यून बनाती है। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने बताया कि अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ चल रही फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टमेंट की जांच के कारण सेबी ने यह कदम उठाया है। अडानी विल्मर 4500 करोड़ रुपये का इश्यू लाने वाला था लेकिन फिलहाल इस योजना पर ब्रेक लग गया है। अडानी विल्मर में अडानी एंटरप्राइज की 50 फीसदी हिस्सेदारी है।
सेबी की पॉलिसी के मुताबिक आईपीओ के लिए आवेदन करने वाली कंपनी के किसी डिपार्टमेंट में जांच चल रही हो तो उसके आईपीओ को 90 दिनों तक मंजूरी नहीं दी जा सकती है। इसके बाद भी आईपीओ को 45 दिनों के लिए टाला जा सकता है। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने बताया कि अडानी एंटरप्राइजेज मॉरिशस में रजिस्टर्ड कुछ फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टमेंट के कारण जांच के घेरे में है। सेबी को अभी मॉरिशस के रेगुलेटर से कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।