जालंधर, (विशाल)-जिले में कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों में कोरोना के गंभीर मरीज़ों को प्राइवेट अस्पतालों में बेहतर इलाज की सुविधाओं को यकीनी बनाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों को बिना कोई समझौता और फीस जमा करवाने के बिना वेंटिलेटर देने का बड़ा फ़ैसला लिया गया है। इस संबंधित जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने बताया कि प्राइवेट अस्पताल को ज़रूरत हो तो इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। उन्होनें कहा कि प्राइवेट अस्पताल जरूरत के अनुसार उनके साथ वेंटिलेटरों के लिए संपर्क कर सकते हैं।डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह फैसला कोरोना के बढ रहे मामलों के कारण लिया गया है। उन्होंने कहा, प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के दौरान वेंटिलेटरों की कमी की शिकायत की जाती है। अब इस फैसले के साथ जहां लोगों की कीमती जान को बचाया जा सकेगा, साथ ही बढ रहे कोरोना मामलों के साथ प्रभावशाली ढंग से निपटने में अहम भूमिका निभाएगा। थोरी ने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से पहले ही गुलाब देवी अस्पताल में छह वेंटिलेटर मुहैया करवाए जा चुके हैं, जहां से कुछ प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से सुविधा का लाभ उठाते कोरोना संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज को यकीनी बनाया जा रहा है।डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का नेतृत्व वाली सरकार राज्य में अति आधुनिक सेहत बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है जिससे मिशन फतेह प्रोग्राम के अंतर्गत कोरोना को प्रभावशाली ढंग के साथ रोका जा सके।थोरी ने बताया कि सरकारी अस्पताल में आईसीयू में 28 बैंडों को 56 बैंडों तक अपग्रेड करने के इलावा दो हाई फलो नैसेल आक्सीजन थैरेपी मशीनों, मल्टीपैरा मॉनिटर, पल्स ऑक्सीमीटर, इन्नफूज़न पंप, सकशन मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होनें कहा कि आईसीयू को आधुनिक तौर पर मजबूत किया जा रहा है जिससे मरीजों को बेहतर इलाज में कोई मुश्किल पेश न आ सके। थोरी ने बताया कि जिला प्रशासन कोरोना का सामना करना के लिए पूरे साधनों और मानवीय स्रोतों के साथ पूरी तरह तैयार है और इस काम के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि लोगों की एकजुटता के साथ कोरोना के खिलाफ जंग को जीत लिया जाए